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Written By WD Sports Desk
Last Updated : बुधवार, 26 जून 2024 (13:35 IST)

ऐसा मौका फिर कहां मिलेगा, सेमीफाइनल में ना ऑस्ट्रेलिया ना कैरिबिया

ऐसा मौका फिर कहां मिलेगा, सेमीफाइनल में ना ऑस्ट्रेलिया ना कैरिबिया - Team India gets a second chance brighter than 2023 ODI World Cup
साल 2023 वनडे विश्वकप के फाइनल को याद कर भारतीय फैंस अब तक मायूस होते हैं क्योंकि कहा जा रहा था कि ICC खिताब का सूखा खत्म करने के लिए इससे बेहतर मौका टीम इंडिया को नहीं मिलता। 1.3 लाख समर्थकों के बीच भी भारत ऑस्ट्रेलिया को नहीं हरा पाया था।

लेकिन अब सात समंदर पार भारत के पास वनडे विश्वकप 2023 से बेहतर मौका है अपने ICC खिताब के सूखे को खत्म करने के लिए क्योंकि सेमीफाइनल में विश्वकप क दो बड़े दावेदार ऑस्ट्रेलिया और मेजबान वेस्टइंडीज सुपर 8 में दोयम दर्जे का प्रदर्शन कर विश्वकप से बाहर हो गई हैं।

अंतिम 4 में अब भारत, अफगानिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड की टीमें है। टूर्नामेंट में अब तक भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमें ही अविजित है। लेकिन चारों टीमों के फॉर्म के आधार पर भारत सबसे मजबूत लग रही है, दक्षिण अफ्रीका से भी ज्यादा।

भारत को सिर्फ पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया से ही थोड़ा दबाव महसूस हुआ है। वहीं दक्षिण अफ्रीका टीम हर मैच में चोक करते करते मैच जीती है। वह चाहे बांग्लादेश का मैच हो, नीदरलैंड्स का मैच हो, इंग्लैंड का मैच हो या फिर वेस्टइंडीज का मैच हो, जीत अंत में मिली है। जो उनके कप्तान ने हाल में माना भी था।

इंग्लैंड की टीम पूरे टूर्नामेंट में 2 मैच हारी है। लीग चरण में ऑस्ट्रेलिया से और सुपर 8 में दक्षिण अफ्रीका से। टीम का मध्यक्रम विस्फोटक तो है लेकिन विश्वसनीय नहीं है। टीम की गेंदबाजी अब तक ठीक चल रही है। लेकिन बल्लेबाजी में सलामी बल्लेबाज जॉस बटलर और फिल सॉल्ट पर अति आत्मनिर्भरता टीम के लिए खतरा है जो प्रबंधन भी जानता है।

अफगानिस्तान का यह दूसरा विश्वकप है जिसमें उसने बड़ी टीमों को हराकर उलटफेर करे हैं। अभी भी अफगानिस्तान को बड़ी टीम ही माना जाए क्योंकि सर्वाधिक रन बनाने वाले गुरबाज और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले फारुकी उनकी टीम में है। हालांकि इतिहास गवाह है कि ऐसी टीमें नॉक आउट में आ तो जाती है लेकिन उसका दबाव नहीं झेल पाती।

इस कारण से भारत के लिए खिताब का सूखा खत्म करने का यह 2023 से भी बेहतर मौका है। कागज पर तो भारत से दूर दूर तक कोई टक्कर नहीं दे रहा। वह बात अलग है कि 6 - 7 घंटे के इस खेल में बाजी कहीं भी जा सकती है।
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