भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) सचिव जय शाह ने सूर्यकुमार यादव को सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षक का पुरस्कार प्रदान किया जिन्होंने खतरनाक डेविड मिलर का शानदार कैच लपका जो भारत की जीत में निर्णायक साबित हुआ।
भारतीय क्षेत्ररक्षण कोच टी दिलीप ने खिलाड़ियों को प्रेरित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षक चुनने की प्रथा शुरू की थी। उन्होंने भारतीय टीम के क्षेत्ररक्षण की प्रशंसा भेड़ियों के झुंड से की जिन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
दिलीप ने कहा, हम बड़े मुकाबलों में मौके के अनुसार प्रदर्शन करने की बात करते हैं लेकिन आज हमने सिर्फ प्रदर्शन नहीं किया बल्कि जीत हासिल की।उन्होंने कहा, हमने पूरे टूर्नामेंट में और आज जो जज्बा, जो एकजुटता और जो लचीलापन दिखाया, वह असाधारण से कम नहीं है।
दिलीप ने कहा, हमने भेड़ियों के झुंड की तरह क्षेत्ररक्षण किया। जैसा कि राहुल भाई और रोहित कहते रहते हैं। हर कोई अपनी भूमिका जानता था लेकिन हमने साथ मिलकर हर मौके का फायदा उठाया और कोई कसर नहीं छोड़ी।
भारत ने शानदार वापसी करते हुए दक्षिण अफ्रीका को पहला विश्व कप खिताब जीतने से महरूम कर दिया जिसमें अंतिम ओवर में सूर्यकुमार यादव का कैच निर्णायक रहा।सूर्यकुमार ने जिस संयम और सही समय पर लिये कैच से बेहतरीन मिसाल पेश की। जब उन्होंने डेविड मिलर का कैच लपका तब दक्षिण अफ्रीका को अंतिम ओवर में महज 16 रन की दरकार थी।सूर्यकुमार ने यह पुरस्कार प्राप्त करने के बाद कहा, दिलीप सर, मुझे यह मौका देने और जय (शाह) सर से यह पदक लेने के लिए आपका धन्यवाद।
सूर्यकुमार ने जागरूकता के साथ सही फैसले किये: क्षेत्ररक्षण कोच टी दिलीपभारत के क्षेत्ररक्षण कोच टी दिलीप ने कहा कि सूर्यकुमार यादव ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 विश्व कप फाइनल में मैच को रूख बदलने वाला कैच लपकने के दौरान जागरूकता दिखाते हुए सही फैसला किया।
अंतिम ओवर में दक्षिण अफ्रीका को 16 रन की दरकार थी और खतरनाक डेविड मिलर ने हार्दिक पंड्या की फुल टॉस पर वाइड शॉट लगाया लेकिन सूर्यकुमार ने बाउंड्री के करीब गेंद को पकड़ा, और बाउंड्री रस्सी के बाहर जाते हुए इसे छोड़ दिया और फिर वापस आकर शानदार कैच लपक लिया।
दिलीप ने कैच के बारे में बात करते हुए PTI
(भाषा) वीडियो से से कहा, जब ऐसा होता है तो उस समय फैसला और जागरूकता बहुत महत्वपूर्ण होती है। यह जानने का आत्मविश्वास होना कि वह गेंद फेंककर वापस आकर कैच लपक सकता है, यह उस समय लिया जाने वाला फैसला जिसमें वह अव्वल रहा।
दिलीप ने खिलाड़ियों को प्रेरित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षक चुनने की प्रथा शुरू की थी।
उन्होंने कहा, मैं खिलाड़ियों को श्रेय देना चाहता हूँ कि इतने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद भी उन्होंने वैकल्पिक अभ्यास के लिए समय निकाला। वे खुद जिम्मेदारी लेते हैं और वैकल्पिक अभ्यास के लिए आते।
दिलीप ने कहा, दूसरी बात हम भारत ए, एनसीए जैसे मंच से आते हैं। इस टीम के बारे में एक अच्छी बात यह है कि इसमें अनुभवी खिलाड़ियों और युवाओं का संयोजन है तथा वे एक साथ मिलकर काम करते हैं।