द्रविड़ से लेकर कोहली तक, तेज गेंदबाजों की खातिर दे रहे हैं अपनी फ्लाइट की बिजनेस क्लास सीट की कुर्बानी
क्रिकेट में तेज गेंदबाजों की एक अहम भूमिका रहती है। खासकर एक बड़े टूर्नामेंट में तेज गेंदबाजों को आराम की सख्त जरूरत रहती है। टी-20 विश्वकप में टीम इंडिया को लगातार यात्रा करनी पड़ी है और आगे भी इसकी जरूरत पड़ेगी।
ऐसे में टीम ने तेज गेंदबाजों को आराम देने का एक अनोखा तरीका खोज निकाला है।दरअसल एक मैदान से दूसरे मैदान पर जाने के लिए टीम को जो उड़ान दी गई है उसमें से कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली के पास ही बिजनेस क्लास की सीट है।
यह चेयर कार ना होकर एक स्लीपर क्लास की सीट होती है जो अमूमन रेल्वे में दिखती है। इस पर व्यक्ति लेट सकता है। यही कारण है कि तेज गेंदबाजों को आराम देने के लिए इन तीनों दिग्गजों ने यह कुर्बानी दी है।
भारतीय टीम चाहती है कि मैदान में उतरने से पहले हर तेज गेंदबाज तरोताजा हो। इन सीटों पर मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह, भुवनेश्वर कुमार और कभी कभी हार्दिक पांड्या भी लेटकर जाते हैं ताकि मैचों के बीच में उचित आराम मिल सके।
युवा भारतीय तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने टी20 विश्व कप में अपने अच्छे प्रदर्शन का श्रेय ऑस्ट्रेलिया की कठोर और उछाल भरी पिचों पर गेंदबाजी लाइन में निरंतरता रखने को दिया है।
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज 23 साल के अर्शदीप ने मौजूदा टी20 विश्व कप में 5 मैच में 10 विकेट चटकाए हैं जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ 32 रन पर तीन विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
अर्शदीप ने कहा, मेरा ध्यान हमेशा से प्रदर्शन में निरंतरता पर रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आप काफी ढीली गेंद फेंकने की स्थिति में नहीं होते। मैं नई गेंद या फिर पुरानी गेंद से भी गेंदबाजी करते हुए अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं। मैं जरूरत के हिसाब से विकेट चटकाना चाहता हूं या फिर रन गति पर अंकुश लगाना चाहता हूं।
अर्शदीप ने अपनी बाउंसर पर निर्भर रहते हुए डेथ ओवरों में कुछ शानदार गेंदबाजी की है।
इस साल भारत की ओर से पदार्पण करने वाले अर्शदीप टी20 विश्व कप में प्रभावशाली प्रदर्शन कर चुके हैं जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ तीन विकेट भी शामिल हैं।अर्शदीप ने इसके बाद नीदरलैंड, दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ अगले तीन मैच में भी दो-दो विकेट चटकाए।
वहीं पिछले एक साल से टी20 टीम से बाहर मोहम्मद शमी खेलने के लिये मानसिक रूप से हमेशा तैयार थे क्योंकि टीम प्रबंधन और उनके बीच संवाद बना हुआ था।शमी ने आखिरी टी20 यूएई में विश्व कप के दौरान खेला था जिसके बाद तय किया गया कि वह टेस्ट और वनडे ही खेलेंगे।
जसप्रीत बुमराह के फ्रेक्चर, दीपक चाहर को लगी चोट और आवेश खान के खराब फॉर्म के कारण टीम प्रबंधन को टी20 विश्व कप में शमी को बुलाना पड़ा।