Share Market Update : वैश्विक बाजारों के मिलेजुले संकेतों और मुद्रास्फीति की चिंताएं नरम पड़ने के बीच बुधवार को ऊर्जा, एफएमसीजी और पूंजीगत उत्पादों के शेयरों में लिवाली से मानक सूचकांक सेंसेक्स 393 अंक चढ़ गया, जबकि निफ्टी 19800 अंक के स्तर से ऊपर बंद हुआ।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 393.69 अंक यानी 0.6 प्रतिशत बढ़कर 66,473.05 अंक पर बंद हुआ। इसके 30 में से 24 शेयर बढ़त में रहे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 121.50 अंक यानी 0.62 प्रतिशत की बढ़त के साथ 19,811.35 अंक पर बंद हुआ।
इसराइल-हमास संघर्ष से बेअसर घरेलू शेयर बाजारों में तेजी का यह लगातार दूसरा कारोबारी सत्र रहा। मंगलवार को भी सेंसेक्स और निफ्टी में करीब एक प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई थी। जुलाई-सितंबर तिमाही के वित्तीय नतीजों की घोषणा से पहले एफएमसीजी, ऊर्जा, धातु, दवा और निजी बैंकों के शेयरों में खरीदारी देखी गई जबकि अधिकांश आईटी शेयरों में गिरावट रही।
सेंसेक्स की कंपनियों में विप्रो में सर्वाधिक 3.29 प्रतिशत की बढ़त रही। अल्ट्राटेक सीमेंट, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर, नेस्ले, एनटीपीसी, एमएंडएम, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी, कोटक बैंक और एक्सिस बैंक में भी तेजी का रुख रहा।
दूसरी तरफ एचसीएल टेक्नोलॉजीज में 1.24 प्रतिशत की सर्वाधिक गिरावट देखी गई। एसबीआई, टीसीएस, इन्फोसिस, इंडसइंड बैंक और टाटा स्टील में भी गिरावट रही। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, बाजार का कुल दायरा मजबूत रहा, क्योंकि निवेशकों को लग रहा है कि पश्चिम एशिया में छिड़े संघर्ष का असर सीमित रहेगा और कच्चे तेल की कीमत पर इसका असर नहीं पड़ना चाहिए।
नायर ने कहा, खाद्य और ईंधन मुद्रास्फीति में कमी आने से सितंबर महीने की थोक महंगाई दर में गिरावट आने की उम्मीद है। इसके अलावा दूसरी तिमाही के नतीजे आने की शुरुआत होने वाली है। आईटी क्षेत्र की आमदनी में मध्यम वृद्धि रह सकती है, जबकि अन्य कंपनियों के नतीजे अच्छे रहने की उम्मीद है।
व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.55 प्रतिशत बढ़ा, जबकि स्मॉलकैप में 0.77 प्रतिशत की तेजी रही। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नरम टिप्पणियों के बीच अमेरिका के 10 वर्षीय बॉन्ड का प्रतिफल घट गया। बॉन्ड बाजार से दबाव कम होने के बाद अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट में बढ़त के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में मिलाजुला रुख रहा।
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की बढ़त के साथ बंद हुए जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट में मामूली गिरावट रही। यूरोप के अधिकांश बाजार लगभग स्थिर स्तर पर कारोबार कर रहे थे। शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुद्ध विक्रेता बने रहे और उन्होंने मंगलवार को 1,005.49 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की बिकवाली की।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)