सेंसेक्स 2 महीने के उच्चतम स्तर पर
नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर मजबूत आर्थिक आंकड़ों तथा नोटबंदी के बावजूद अगले वित्त वर्ष की पहली छमाही में आर्थिक विकास दर 7 प्रतिशत रहने के सरकार के अनुमान से गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार 1 प्रतिशत की छलांग लगाकर करीब 2 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए।
बीएसई का सेंसेक्स 0.92 प्रतिशत यानी 245.11 अंक की तेजी के साथ गत 10 नवंबर के बाद के उच्चतम स्तर 26,878.24 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1.02 प्रतिशत अर्थात 83.30 अंक चढ़कर 11 नवंबर 2016 के बाद के उच्चतम स्तर 8,273.80 अंक पर बंद हुआ।
इस सप्ताह जारी आंकड़ों में पहली बार लगभग पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था सुधार के रास्ते पर आती दिखी। इस दौरान गुरुवार को मीडिया में खबर आई कि सरकार ने वित्त वर्ष 2017-18 के पूर्वार्द्ध में विकास दर 7 प्रतिशत रहने का पूर्वानुमान लगाया है, जो नोटबंदी के बाद विकास दर का अच्छा स्तर है।
एशियाई बाजारों में शुरुआती तेजी तथा स्थानीय स्तर पर निवेशकों की मजबूत धारणा के कारण सेंसेक्स 105.29 अंक ऊपर 26,738.42 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यही इसका दिवस का निचला स्तर भी रहा। इसके बाद सूचकांक में लगातार तेजी देखी गई। बाजार में लिवाली चौतरफा रही। कारोबार के दौरान 26,917.21 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर को छूने के बाद अंतत: यह गत दिवस की तुलना में 245.11 अंक की बढ़त के साथ 26,878.24 अंक पर बंद हुआ।
लिवाली इस कदर हावी रही कि सेंसेक्स की 30 में से 26 कंपनियों के शेयर चढ़े। अदानी पोर्ट्स ने सबसे ज्यादा करीब 5 फीसदी का मुनाफा कमाया। टाटा स्टील और टाटा मोटर्स भी 3 फीसदी से अधिक की बढ़त में रहे।
बीएसई में आईटी और टेक समूहों को छोड़कर अन्य में तेजी रही। निफ्टी भी 36.15 अंक की तेजी में 8,226.65 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान इसका दिवस का सर्वाधिक स्तर 8,282.65 अंक तथा निचला स्तर 8,223.70 अंक रहा। अंत में यह 83.30 अंक चढ़कर 8,273.80 अंक पर बंद हुआ।
बड़ी कंपनियों के साथ निवेशकों ने मझौली तथा छोटी कंपनियों के भी शेयर खरीदे। बीएसई का मिडकैप 1.32 प्रतिशत लुढ़ककर 12,355.63 अंक तथा स्मॉलकैप 0.98 प्रतिशत फिसलकर 12,493.47 अंक पर पहुंच गया। बीएसई में कुल 2,979 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। उनमें 1,963 में तेजी तथा 886 में गिरावट रहीं, वहीं 130 कंपनियों के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे। (वार्ता)