Share Market Update : अमेरिकी फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख कायम रखने के संकेतों के बीच स्थानीय शेयर बाजार में गुरुवार को बैंकिंग, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और वित्तीय शेयरों में मुनाफावसूली से प्रमुख सूचकांकों में 3 कारोबारी सत्रों के बाद गिरावट आई।
कारोबारियों ने कहा कि यूरोपीय बाजारों में कमजोर शुरुआत और रुपए में नुकसान ने भी निवेशकों की जोखिम उठाने की धारणा पर असर डाला। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 310.88 अंक यानी 0.49 प्रतिशत गिरकर 62,917.63 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 357.43 अंक तक गिर गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 67.80 अंक यानी 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,688.10 पर बंद हुआ। इसके पहले लगातार तीन कारोबारी सत्रों में बाजार में बढ़त रही थी। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में विप्रो को सर्वाधिक दो प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा।
इसके अलावा इंडसइंड बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी और बजाज फिनसर्व के शेयरों में भी गिरावट रही। दूसरी तरफ नेस्ले, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईटीसी, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एशियन पेंट्स और मारुति सुजुकी के शेयरों में बढ़त रही।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, घरेलू बाजारों ने फेडरल रिजर्व की आक्रामक टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी जिसमें इस साल दो बार और ब्याज दरें बढ़ाने की बात कही गई है। हालांकि व्यापक बाजार में तेजी का रुख देखा गया। व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप 0.30 प्रतिशत और स्मॉलकैप 0.12 प्रतिशत चढ़ गए।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने उच्च मुद्रास्फीति से निपटने के लिए नीतिगत ब्याज दर को लगातार 10 बार बढ़ाने के बाद बुधवार को इसमें कोई बदलाव नहीं किया। हालांकि फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया है कि वह इस साल आगे ब्याज दर में दो बार बढ़ोतरी कर सकता है।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट और हांगकांग के हैंगसेंग में बढ़त रही। यूरोप के बाजारों में मिलाजुला कारोबार हो रहा था। बुधवार को अमेरिकी बाजारों में मिलाजुला रुख देखने को मिला था। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.97 प्रतिशत चढ़कर 73.91 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शेयर बाजार से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजारों में पूंजी निवेश जारी रखा है। उन्होंने बुधवार को 1,714.72 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। इस बीच, देश का निर्यात मई महीने में 10.3 प्रतिशत घटकर 34.98 अरब डॉलर रहा है। इस दौरान आयात भी 6.6 प्रतिशत गिरकर 57.1 अरब डॉलर पर आ गया।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)