नई दिल्ली: छह बार की विश्व चैम्पियन और लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम और पुरूष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह 23 जुलाई से तोक्यो में शुरू होने वाले ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक होंगे।
इन खेलों में भारत की तरफ से पदक के सबसे बड़े दावेदारों में से एक पहलवान बजरंग पूनिया आठ अगस्त को समापन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक की भूमिका निभाएंगे।भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने इन खेलों की आयोजन समिति को अपने फैसले से अवगत करा दिया है।
पहली बार ऐसा हुआ है जबकि ओलंपिक में भारत के दो ध्वजवाहक (एक पुरुष और एक महिला) होंगे। आईओए प्रमुख नरिंदर बत्रा ने हाल में आगामी टोक्यो खेलों में लैंगिक समानता को सुनिश्चित करने के लिए इस बात की जानकारी दी थी।
मैरी कॉम ने भारतीय ध्वजवाहकों में से एक चुने जाने के बाद पीटीआई-भाषा से कहा, यह मेरे लिए बहुत बड़ा पल होगा क्योंकि यह मेरा आखिरी ओलंपिक है। मेरे लिये यह भावनात्मक पल हो सकता है।
उन्होने कहा, उद्घाटन समारोह के दौरान दल की अगुवाई करने का अवसर पाकर मैं वास्तव में सम्मानित महसूस कर रही हूं और मेरा चयन करने के लिए मैं खेल मंत्रालय और आईओए को धन्यवाद देती हूं। यह मेरे लिए प्रेरणा होगी। मैं पदक के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ करने का वादा करती हूं।
रियो डी जनेरियो में 2016 खेलों के उद्घाटन समारोह में देश के एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ध्वजवाहक थे।
हॉकी इंडिया से जारी विज्ञप्ति में मनप्रीत ने कहा, यह शानदार है और मेरे पास इसकी खुशी बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं। मुझे लगता है कि दिग्गज मैरी कॉम के साथ उद्घाटन समारोह के लिए ध्वजवाहक नामित किया जाना बड़ा सम्मान है।
उन्होंने कहा, मैं मुक्केबाजी में उनके सफर से हमेशा प्रेरित हुआ हूं। व्यक्तिगत रूप से यह मेरे करियर का एक बड़ा पल है। हॉकी के लिए भी यह एक बहुत बड़ा पल है।हॉकी टीम के कप्तान कहा, मैं इस शानदार अवसर के लिए भारतीय ओलंपिक संघ को धन्यवाद देता हूं, और मैं तोक्यो में उद्घाटन समारोह में अपनी जिम्मेदारी निभाने का इंतजार कर रहा हूं।
कोविड-19 महामारी के कारण एक साल के लिए स्थगित हुए तोक्यो ओलंपिक में 100 से अधिक भारतीय खिलाड़ी भाग लेंगे।अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने पिछले साल कार्यकारी बोर्ड की बैठक में उद्घाटन समारोह में महिला और पुरुष ध्वजवाहकों के लिए प्रावधान किया था।
वहीं 2018 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक विजेता और भारत की सबसे बड़ी पदक उम्मीदों में से एक बजरंग पुनिया आठ अगस्त को समापन समारोह में ध्वजवाहक होंगे। भारतीय ओलंपिक संघ ने टोक्यो ओलंपिक खेलों की आयोजन समिति को इस संबंध में अपने फैसले से अवगत करा दिया है। संघ के अनुसार ओलंपिक के लिए भारतीय दल में लगभग 126 एथलीट और 75 अधिकारी होंगे। दल में 56 प्रतिशत पुरुष और 44 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि आगामी टोक्यो खेलों में लैंगिक समानता को सुनिश्चित करने के लिए पहली बार भारत ने एक पुरुष और एक महिला एथलीट को ध्वजवाहक चुना है। पिछले साल की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने उद्घाटन समारोह में दोनों लिंगों के ध्वजवाहकों के लिए प्रावधान किया था।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के प्रमुख थॉमस बाक ने एक बयान में कहा, “ आईओसी के कार्यकारी बोर्ड ने फैसला किया कि पहली बार 206 टीमों में से प्रत्येक में कम से कम एक महिला और एक पुरुष एथलीट और खेलों में भाग लेने वाली एक आईओसी शरणार्थी ओलंपिक टीम होनी चाहिए। ”
टोक्यो ओलंपिक का 23 जुलाई से आठ अगस्त तक आयोजन हाेना है। मूल रूप से यह आयोजन पिछले साल होना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे स्थगित करना पड़ा था।(भाषा/वार्ता)