भारतीय फुटबॉल का बेड़ा गर्क करवाने वाले विदेशी कोच लेते हैं 25 लाख प्रति माह का पगार
अफगानिस्तान के खिलाफ हार के बावजूद स्टिमक के मुख्य कोच बने रहने की संभावना: सूत्र
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के शीर्ष अधिकारी राष्ट्रीय पुरुष टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमक को हटाने की अपनी तकनीकी समिति की सिफारिश पर ध्यान देने के इच्छुक हैं लेकिन पीटीआई को पता चला है कि अनुबंध संबंधी मुद्दों के कारण ऐसा करना मुश्किल हो सकता है।एआईएफएफ सूत्रों के अनुसार भारत का विश्व कप क्वालीफायर का दूसरे दौर का अगला मैच छह जून को कुवैत के खिलाफ कोलकाता में होना है और इस तथ्य को देखते हुए इस समय स्टिमक को बदलना एक अच्छा विचार नहीं हो सकता है।
एक सूत्र ने नाम नहीं छापने की शर्त पर PTI
(भाषा) को बताया, मौजूदा परिस्थितियों में, जून में अगले दो मैचों में उनके (स्टिमक) टीम का प्रभारी रहने की संभावना है।भारत को अगर पहली बार विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में जगह बनानी है तो उसे कुवैत के खिलाफ अनुकूल परिणाम हासिल करना होगा।
इसके बाद भारत को 11 जून को मौजूदा एशियाई चैंपियन कतर से उसी की सरजमीं पर भिड़ना है।यह भी पता चला है कि 26 मार्च को गुवाहाटी में अफगानिस्तान की कमजोर टीम के खिलाफ 1-2 की चौंकाने वाली हार के बाद आईएम विजयन की अगुवाई वाली तकनीकी समिति को आश्चर्य हुआ कि स्टिमक (मुख्य कोच के रूप में) कैसे पद पर बने रह सकते हैं।
सऊदी अरब के आभा में अफगानिस्तान के खिलाफ भारत का मैच गोल रहित ड्रॉ रहा था।एआईएफएफ के सूत्रों ने कहा कि शुरुआती अनुबंध में एक विच्छेद नियम (9.1) था जिसके अंतर्गत तीन महीने का नोटिस दिया जा सकता था। लेकिन नवीनतम अनुबंध (अक्टूबर 2023 में हस्ताक्षरित) में यह नियम नहीं है और इसने स्टिमक को बर्खास्त करने के मुद्दे पर एआईएफएफ के लिए समस्याएं पैदा कर दी हैं।
स्टिमक को प्रति माह 30,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 25 लाख रुपये) का वेतन मिलता है और तीन महीने की नोटिस अवधि के साथ विच्छेद खंड की अनुपस्थिति में अगर महासंघ उन्हें बर्खास्त करना चाहता है तो एआईएफएफ को 750,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 6.254 करोड़ रुपये) से अधिक का भुगतान करना पड़ सकता है।