मलेशिया से हारकर भारत फाइनल की होड़ से बाहर
इपोह। एशियाई खेलों की चैंपियन भारतीय हॉकी टीम निराशाजनक प्रदर्शन करते हुए शुक्रवार को मेजबान मलेशिया के हाथों 0-1 से हारकर 26वें सुल्तान अजलान शाह कप हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल की होड़ से बाहर हो गई।
गत उप विजेता भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए यह मुकाबला अच्छे अंतर के साथ जीतना था लेकिन भारतीय टीम ने मौके गंवाए और उसे हार का सामना करना पड़ा। भारत की पांच मैचों में यह दूसरी हार रही और वह सात अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
भारतीय टीम अब कांस्य पदक के लिए न्यूजीलैंड से खेलेगी। न्यूजीलैंड के भी सात अंक रहे लेकिन भारत बेहतर गोल औसत से तीसरे और न्यूजीलैंड चौथे स्थान पर रहा। फाइनल विश्व चैंपियन आस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के बीच खेला जाएगा, जिनके 10-10 अंक रहे।
शुक्रवार को खेले गए मुकाबलों में ब्रिटेन ने न्यूजीलैंड को 3-2 से हराकर अपने अंकों की संख्या 10 पहुंचा दी। हालांकि ऑस्ट्रेलिया को जापान के हाथों 2-3 की सनसनीखेज हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया के भी 10 अंक रहे लेकिन वह बेहतर गोल औसत से शीर्ष पर रहा।
ब्रिटेन की जीत के बाद भारत के सामने मलेशिया को बड़े अंतर से हराने की चुनौती आ गई ताकि वह अंक बराबर होने की स्थिति में गोल औसत में ब्रिटेन से आगे निकल सके। लेकिन भारतीय टीम ने मौके गंवाए और अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली।
भारत ने मैच में चार पेनल्टी कॉर्नर बर्बाद किए और उसका ओवरऑल खेल भी निराशाजानक रहा। मलेशिया के लिए मैच का एकमात्र विजयी गोल साबाह शहरील ने 51वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर किया। इस गोल ने ही भारत की उम्मीदों को तोड़ दिया। मलेशिया ने इस तरह पांच मैचों में अपनी पहली जीत हासिल की और अब वह पांचवें स्थान के लिए जापान से खेलेगा। फाइनल, कांस्य पदक और पांचवें स्थान के मैच शनिवार को खेले जाएंगे।
भारत के निराशाजनक प्रदर्शन का आलम यह था कि तीसरे क्वार्टर के अंत में कोच रोलैंट ओल्टमैंस ने गोलकीपर आकाश चिक्ते को हटा लिया और एक अतिरिक्त खिलाड़ी मैदान में उतरा दिया ताकि भारत के हमलों में तेजी आ सकेे। लेकिन इसका भी कोई फायदा नहीं मिला। अंतिम क्वार्टर के अाखिरी समय में मनप्रीत सिंह को हरा कार्ड दिखाकर बाहर भेजा गया और भारत के 10 खिलाड़ी रह जाने के कारण चिक्ते दो मिनट के लिए फिर मैदान में लौटे।
भारत को चौथे मिनट में फ्री हिट मिली सरदार सिंह, प्रदीप मोर और मनदीप इसका फायदा नहीं उठा पाए। मैच का पहला पेनल्टी कार्नर मलेशिया के हिस्से में गया लेकिन भारत के रैफरल पर इसे खारिज कर दिया गया। मैच के पहले क्वार्टर में भारतीयों का खेल पूरी तरह उखड़ा रहा। 16वें मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन रूपिन्दर पाल सिंह के फ्लिक को गोलकीपर ने बचा लिया।
भारत के पास मौके आ रहे थे लेकिन बर्बाद भी हो रहे थे। 24वें मिनट में भारत को रेफरल पर पेनल्टी कॉर्नर मिला इस बार भी रूपिन्दर का शॉट गोलकीपर ने बचा लिया। दो मिनट बाद रूपिन्दर ने एक और पेनल्टी कॉर्नर बेकार किया। पहला हाफ शांति से गुजर गया।
तीसरे और चौथे क्वार्टर में भी भारत की यही स्थिति बनी रही, जिसे देखकर कोच ओल्टमैंस उखड़े नजर आए। आखिर 51वें मिनट में मलेशिया के गोल ने भारत को ध्वस्त कर दिया। भारत इसके बाद बराबरी हासिल नहीं कर पाया और गत उप विजेता टीम को हार के साथ फाइनल की होड़ से बाहर हो जाना पड़ा। अंतिम क्षणों में भी भारत ने कुछ नजदीकी मौके गंवाए। (वार्ता)