विश्वकप फाइनल में पदार्पण कर रहे रवि कुमार 8वें स्थान पर
नई दिल्ली। रवि कुमार 10 मीटर एयर राइफल फाइनल में अंतिम स्थान पर रहे जिससे आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल्स में बुधवार को यहां भारत अपने पदकों की संख्या में कोई इजाफा नहीं कर पाया। भारत के नाम पर अभी 1 स्वर्ण पदक दर्ज है।
पहली बार विश्व कप फाइनल में हिस्सा ले रहे रवि ने प्रतियोगिता के दूसरे दिन 8 निशानेबाजों के फाइनल में 123.4 अंक जुटाए और तीसरी सीरीज में बाहर होने वाले पहले निशानेबाज बने।
मंगलवार को प्रतियोगिता के पहले दिन जीतू राय और हिना सिद्धू ने डॉ. कर्णीसिंह शूटिंग रेंज में अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ की इस प्रतिष्ठित वार्षिक प्रतियोगिता में 10 मीटर मिश्रित एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। रवि ने बुधवार को क्वालीफिकेशन में 623.9 अंक के साथ 5वें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
इंचियोन एशियाई खेल 2014 की टीम स्पर्धा के कांस्य पदक विजेता रवि ने फाइनल में 10.5 अंक के साथ शुरुआत की। उन्होंने अगले शॉट में 10.3 अंक जुटाए। पहली सीरीज के तीसरे शॉट में 10.2 अंक के साथ वे दावेदारी में बने हुए थे लेकिन अगले शॉट में 9.2 के खराब प्रदर्शन के साथ वे अंतिम स्थान पर खिसक गए और फिर वापसी नहीं कर पाए। अगली 2 सीरीज में रवि ने 10.8 और 10.6 जैसे बड़े स्कोर बनाए लेकिन यह उनकी वापसी के लिए पर्याप्त नहीं था।
हंगरी के इस्तवान पेनी ने 249.8 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस दौरान जूनियर विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की। बेलारूस के विताली बुबनोविच (249.5) ने रजत जबकि हंगरी के ही दिग्गज पीटर सिडी (228.5) ने कांस्य पदक हासिल किया। पीटर का विश्व कप फाइनल की एयर राइफल स्पर्धा में यह 7वां पदक है।
रवि ने कहा कि इस प्रदर्शन से मैं काफी निराश हूं। 9 अंक के स्कोर से मुझे निराश किया और मैं वापसी नहीं कर पाया। मैं इसके लिए कड़ा अभ्यास कर रहा था और इसलिए मैं निराश हूं। अब मेरी नजरें राष्ट्रमंडल निशानेबाजी चैंपियनशिप (ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में) पर हैं।
दिन की एक अन्य स्पर्धा में फ्रांस की सेलिन गोबेरविले ने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल में 240.9 अंक के साथ सोने का तमगा जीता। चीन की युमेई लिन (237.0) को रजत जबकि गत ओलंपिक चैंपियन चीन की ही मैंगशु झांग (218.7) को कांस्य पदक मिला। भारत के किसी खिलाड़ी ने इस स्पर्धा में हिस्सा नहीं लिया। (भाषा)