बोपन्ना को टाटा ओपन के युगल में मिला वाइल्डकार्ड
पुणे। भारत के शीर्ष युगल खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और उनके पार्टनर अर्जुन खाड़े को टाटा ओपन महाराष्ट्र के तीसरे संस्करण के लिए युगल वर्ग में वाइल्डकार्ड से प्रवेश दिया गया है। टाटा ओपन महाराष्ट्र का आयोजन 3 से 9 फरवरी तक यहां के महालुंगे बालेवाड़ी स्टेडियम में होगा।
शुक्रवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की गई। टाटा ओपन महाराष्ट्र के टूर्नामेंट डायरेक्टर प्रशांत सुतार ने कहा, बोपन्ना को टूर्नामेंट में वापस पाकर हम खुश हैं। बीते संस्करण में रोहन ने खिताब जीता था और अब हमें आशा है कि वह खाड़े के साथ एक बार फिर खिताबी जीत हासिल करने में सफल होंगे।
वर्ल्ड नम्बर 38 बोपन्ना ने बीते संस्करण में दिविज शरण के साथ खेलते हुए युगल खिताब जीता था। अब वह इस साल दक्षिण एशिया के एकमात्र एटीवी टूर टूर्नामेंट में स्थानीय खिलाड़ी अर्जुन खाड़े के साथ भारतीय चुनौती पेश करते नजर आएंगे। बोपन्ना साल के पहले ग्रैंड सलेम ऑस्ट्रेलियन ओपन में मिश्रित युगल के क्वार्टरफाइनल तक पहुंचे थे।
शरण इस साल आर्टेम सिताक के साथ खेलेंगे। शरण को इस साल मुख्य ड्रॉ में जगह मिली है। खाड़े को एकल मेन ड्रॉ में भी वाइल्डकार्ड से प्रवेश मिला है। इस टूर्नामेंट के लिए तीसरा वाइल्डकार्ड पाने वाले भारत के युवा और उभरते हुए खिलाड़ी शशिकुमार मुकुंद हैं। खाड़े और मुकुंद के शामिल होने के बाद 28 खिलाड़ियों के एकल वर्ग में भारतीयों की संख्या पांच हो गई है। इनमें से 19 खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में सीधे प्रवेश मिला है।
इससे पहले प्रजनेश गुणेश्वरन और सुमित नागल मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने में सफल रहे थे। साथ ही रामकुमार रामनाथन को भी वाइल्डकार्ड से एकल मुख्य ड्रॉ में जगह मिली थी। अब टूर्नामेंट दो और खिलाड़ी विशेष दायरे के अनुसार आएंगे और चार क्वालीफायर्स के जरिए प्रवेश पा सकेंगे।
सुतार ने कहा, यह पहला मौका होगा कि इतनी बड़ी संख्या में भारतीय खिलाड़ी मुख्य ड्रॉ में दिखेंगे। यह भारतीय खिलाड़ियों के लिए शानदार मौका है और इससे हमारा वह लक्ष्य भी पूरा होता दिख रहा है, जिसके तहत हम इस टूर्नामेंट का आयोजन करते हैं। हमारा लक्ष्य इस टूर्नामेंट के माध्यम से भारत के अधिक से अधिक खिलाड़ियों को मौका देना है। हम चाहते हैं कि इस टूर्नामेंट के माध्यम से भारतीय खिलाड़ी न सिर्फ एक्पोजर हासिल करें बल्कि बहुमूल्य रैंकिंग अंक भी प्राप्त करें।
भारत की प्रीमियर 250 इवेंट के तीसरे संस्करण में इस बार सबसे ज्यादा पुरस्कार राशि मिलेगी। टूर्नामेंट में इस बार कुल 546,355 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि होगी जो अब तक की सबसे बड़ी पुरस्कार राशि है। इससे पहले 2010 में इसकी पुरस्कार राशि 398,250 अमेरिकी डॉलर थी।
एमएसएलटीए के सचिव सुंदर अय्यर ने कहा, इस टूर्नामेंट में हम पहली बार शॉट क्लॉक पेश भी कर रहे है। शॉट क्लॉक में प्वाइंटस के बीच 25 सेकेंड की इजाजत होगी। यह 2007 के नेक्स्ट जेन एटीपी फाइनल्स और 2018 के अमेरिकी ओपन में भी प्रयोग किया गया था। अय्यर ने कहा, हमने भारत के साकेत मिनेनी और फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनलिस्ट एर्नेस्ट गुलबिस को भी एकल क्वालीफायर्स में वाइल्ड कार्ड से प्रवेश देने की घोषणा की है।