प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेरिस पैरालंपिक 2024 में भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों से बातचीत कर उन्हें आगमी स्पर्धा के लिए शुभकामनाएं दीं।आज हुये एक वुर्चअल कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए उन्हें विजयी भव का आर्शीवाद दिया तथा केन्द्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने पेरिस पैरालंपिक खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर खेल राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा निखिल खडसे भी उपस्थित थी।
इस दौरान श्री मोदी ने तीरंदाज शीतल देवी, निशानेबाज अवनी लेखरा और अन्य खिलाड़ियों के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री ने शीतल से पूछा, “शीतल, आप भारतीय दल की सबसे कम उम्र की एथलीट हैं। यह आपका पहला पैरालिंपिक्स है, मन में बहुत कुछ चलता होगा। आप बता सकती हैं, क्या चल रहा है, कुछ स्ट्रेस तो नहीं लग रहा।”
शीतल ने कहा, “नहीं सर, स्ट्रेस नहीं है। बहुत ही खुशी है कि इतनी छोटी उम्र और इतने कम समय में मैं पैरालिंपिक गेम्स खेलूंगी। सभी का बहुत सपोर्ट मिला, जिससे मैं आज यहां तक पहुंच सकी।”
प्रधानमंत्री ने पूछा उनका लक्ष्य क्या है तो शीतल देवी ने कहा पेरिस में तिरंगा लहराना ही एकमात्र लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि हार जीत के दबाव के बिना आपको अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है।
श्री मोदी ने निशानेबाज अवनी लेखरा से पूछा, “अवनी, पिछले पैरालिंपिक्स में आपने एक स्वर्ण समेत दो पदक जीतकर पूरे देश को गर्व से भर दिया था। इस बार क्या लक्ष्य सेट किया है।”
अवनी ने कहा, “सर पिछली बार मेरा पहला ही पैरालिंपिक था, मैंने चार स्पधाओं में हिस्सा लिया था, अनुभव ले रही थी। इतने समय में खेल और तकनीकी को लेकर बहुत कुछ सीखा है। कोशिश यही रहेगी कि इस बार जिस भी स्पर्धा में हिस्सा लूं उनमें अपना सर्वश्रेष्ठ दूं। पिछले पैरालिंपिक्स के बाद पूरे इंडिया का जो साथ मिला है, आपका इतना साथ मिला, उससे मोटिवेशन मिलती है कि वहां जाकर अपना सर्वश्रेष्ठ देना है।”
प्रधानमंत्री ने पूछा, “अवनी, टोक्यो के बाद जब आप स्वर्ण जीतकर लौटीं तो खुद को कैसे तैयार किया।”
अवनी ने कहा, “सर, मैंने पिछली बार पार्टिसिपेट किया था, तब मन में सवाल था कि मैं कर पाऊंगी या नहीं। लेकिन 2 मेडल जब जीते तो बैरियर टूट गया। मुझे लगा, अगर मैं एक बार कर सकती हूं तो मेहनत के साथ मैं और भी मेडल जीत सकती हूं। जब मैं व्हीलचेयर पर देश का प्रतिनिधित्व करती हूं, तब इतना अच्छ लगता है कि वही बार-बार करने का मन करता है।”
श्री मोदी ने कहा, “अवनी, आपको खुद से और देश को आपसे बहुत उम्मीदें हैं, लेकिन मेरा बस इतना कहना है कि इन उम्मीदों को बोझ मत बनने दीजिएगा। उम्मीद को अपनी शक्ति बनाइएगा। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “आप सभी पेरिस में भारत का झंडा लेकर चलेंगे। यह आपके जीवन का बहुत अहम सफर होगा, देश के लिए भी यह सफर बहुत महत्त्वपूर्ण है। पेरिस में आपके खेल से देश का गौरव जुड़ा है। 140 करोड़ देशवासियों का आशीर्वाद आपके साथ हैं, विजयी भव।”
उन्होंने कहा कि देश का गौरव आप सभी से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि आपके लिये पेरिस पैरालंपिक की यात्रा आप सब के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आप पूरे आत्मविश्वास के मैदान में उतरेगे तो आपको को भी जीत से रोक नहीं पायेगा।
उल्लेखनीय है कि 28 अगस्त से शुरु हो रहे पेरिस पैरालिंपिक्स में भारत ने इस बार अपना सबसे बड़ा दल भेजा है। इस बार भारतीय दल में 84 एथलीट्स हिस्सा लेंगे। टोक्यो पैरालिंपिक में यह संख्या 54 था। टोक्यों पैरालंपिक में भारत को पांच स्वर्ण सहित 19 पदक मिले थे।
(एजेंसी)