मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के बदले भारतीय खिलाड़ियों के साथ टोक्यो रवाना होगा अतिरिक्त सहायक स्टाफ
नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए भारतीय टीमों और खिलाड़ियों की भागीदारी की चौबीसों घंटे समीक्षा की जा रही है। मंत्रालय ने एथलीटों के बेहतर प्रदर्शन के लिए अधिकतम अतिरिक्त सहायक स्टाफ जैसे कोच, डॉक्टर, फिजियोथेरेपिस्ट की प्रतिनियुक्ति करने का निर्णय लिया है। किसी भी प्रोटोकॉल की आवश्यकता होने पर ही एथलीटों, कोचों और सपोर्ट स्टाफ के अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति को दौरे पर भेजा जाएगा।
व्यवस्था के आलोक में यह निर्णय लिया गया है कि टोक्यो ओलंपिक के लिए मंत्रिस्तरीय कोई भी प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजा जाएगा। टोक्यो के लिए बाध्य भारतीय दल को लॉजिस्टिक सहायता प्रदान करने के लिए एकल खिड़की के रूप में टोक्यो में भारत के दूतावास में एक ओलंपिक मिशन सेल की स्थापना की जा रही है, ताकि खिलाड़ियों को हरसंभव सहायता निर्बाध रूप से प्रदान की जा सके।
भारत टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए एक मजबूत दल भेजेगा और अब तक मुक्केबाज़ी, हॉकी, कुश्ती, नौकायन, एथलेटिक्स, तीरंदाजी, घुड़सवारी, तलवारबाजी, नौकायन, निशानेबाजी और टेबल टेनिस सहित 11 खेलों में भारतीय एथलीटों ने क्वालीफाई किया है। आने वाले दिनों में और अधिक खेलों में भारतीय एथलीटों के क्वालीफाई करने की सम्भावना है।
हाल ही में ली-निंग ने भारतीय ओलंपिक टीम की ऊर्जा और गौरव को व्यक्त करने के लिए भारत के राष्ट्रीय रंगों और एकीकृत अद्वितीय ग्राफिक्स से प्रेरित आधिकारिक खेल किट का डिज़ाइन तैयार किया था। जिसका अनावरण भी एक समारोह में किया गया था।
हालांकि कुछ दिनों बाद ही किट बनाने वाली चीनी कंपनी के साथ किए गए मौजूदा करार से भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) पीछे हट गया। इसको लेकर सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा हो गया था। इसके मद्देनजर जन भावनाओं का ख्याल रखते हुए आईओए ने चीनी कंपनी से करार खत्म करने का फैसला किया था।
(वार्ता)