कुश्ती राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सभी की निगाहें होंगी विनेश और साक्षी पर
गोंडा (उत्तर प्रदेश)। पुरुष सितारों की गैर मौजूदगी में शुक्रवार से यहां शुरू हो रही टाटा मोटर्स कुश्ती राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सभी की निगाहें महिला पहलवान विनेश फोगाट और साक्षी मलिक के प्रदर्शन पर लगी होंगी।
विनेश के पास जहां अपनी फिटनेस परखने का मौका होगा तो साक्षी खुद को साबित करना चाहेंगी। विनेश को कोहनी की चोट के कारण अंतिम समय पर बुडापेस्ट में विश्व चैम्पियनशिप से हटना पड़ा। वह जकार्ता-पालेमबांग एशियाई खेलों में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के बाद शानदार फार्म में थीं।
विनेश दमदार पहलवानों में से एक हैं और अगर वह फिट हैं तो उन्हें किसी भी पहलवान से परेशानी नहीं होगी। रेलवे की यह पहलवान 50 किग्रा के बजाय 57 किग्रा में भाग लेगी जिसमें उसने इस सत्र में तीन स्वर्ण पदक अपने नाम किए हैं।
अपने वजन वर्ग को बदलने के बारे में पूछने पर विनेश ने कहा, राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए मैं वजन कम नहीं करूंगी। यहां प्रतिस्पर्धा इतनी मजबूत नहीं होगी और अगले कुछ महीनों में मुझे कुछ अहम टूर्नामेंट खेलने हैं इसलिए मुझे उनमें अपने वजन को लगातार समान रखना होगा।
चौबीस साल की इस पहलवान ने कहा कि एशियाई खेलों के बाद लगी चोट के कारण उनका काफी समय बर्बाद हो गया है जिससे उनका राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेना काफी महत्वपूर्ण है।
वहीं रियो ओलंपिक खेलों में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने के बाद साक्षी का करियर ग्राफ काफी नीचे चला गया। वह गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में कम मजबूत दावेदारों के बावजूद कांस्य पदक ही जीत सकी थी जबकि एशियाई खेलों से खाली हाथ लौटी थी। विश्व चैम्पियनशिप से भी वह बुरी तरह हारकर बाहर हुई थीं।
62 किग्रा में साक्षी और गीता फोगाट के बीच मुकाबला रहेगा। बुडापेस्ट में कांस्य पदक का प्ले ऑफ हारने वाली रितु मलिक 65 किग्रा में जबकि रेलवे की नवजोत कौर 68 किग्रा में भाग लेंगी।
साक्षी की तरह दो बार के ओलंपिक पदकधारी सुशील कुमार भी फार्म से जूझ रहे हैं और उन्होंने भी चोटिल बजरंग पूनिया की तरह टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया है। उनके अलावा संदीप तोमर भी नहीं खेलेंगे।
उनकी अनुपस्थिति से राष्ट्रीय प्रतियोगिता की चमक थोड़ी फीकी हो गई है लेकिन इससे 74 किग्रा और 65 किग्रा में नये पहलवानों के सामने आने में मदद मिल सकती है।
जितेंदर कुमार और विनोद अच्छे विकल्प हैं लेकिन सुशील की जगह उन्हें खुद को मजबूत दावेदार के रूप में साबित करना होगा। जितेंदर 77 किग्रा जबकि विनोद 74 किग्रा में दावेदार होंगे।
इस साल की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप इसलिए भी अहम है क्योंकि अनुबंध भी टूर्नामेंट के शुरुआती दिन ही दिए जाएंगे। भारतीय कुश्ती महासंघ अनुबंध के सात वर्गों के पहलवानों की सूची शामिल करेगा जिसमें सबसे ज्यादा राशि ए वर्ग में 30 लाख रुपए होगी। रेलवे पिछली तीन प्रतिस्पर्धाओं का गत चैम्पियन है। (भाषा)