विकास सेमीफाइनल में, एशियाई खेलों में लगातार तीसरा पदक तय
जकार्ता। भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण (75 किलो) ने एशियाई खेलों में लगातार तीसरा पदक पक्का करते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। लगातार तीन एशियाई खेलों में पदक जीतने वाले वह भारत के पहले मुक्केबाज होंगे।
इस साल राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले विकास ने बाई आंख में कट लगने के बावजूद चीन के तूहेता अर्बीके टी को 3.2 से हराया। विकास ने 2010 ग्वांग्झू एशियाई खेलों में 60 किलो वर्ग में स्वर्ण जीता था। इसके बाद 2014 में इंचियोन में मिडिलवेट में कांस्य पदक जीता।
अब वह कजाखस्तान के अबिलखान अमानकुल से खेलेंगे। विकास ने अपने से अधिक रफ्तार और दमखम वाले प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया। विश्व चैम्पियनशिप पदक जीतने वाले भारत के चार मुक्केबाजों में शामिल विकास ने काफी कम हमले बोले लेकिन उनके प्रहार एकदम सटीक रहे।
इससे पहले अमित पंघाल (49 किलो) ने सेमीफाइनल में प्रवेश करके अपना पदक पक्का कर लिया। राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता सेना के इस मुक्केबाज ने दक्षिण कोरिया के किम जांग रियोंग को 5.0 से हराया। अब उनका सामना फिलिपिनो कार्लो पालाम से होगा। मुक्केबाजी में सेमीफाइनल में पहुंचने पर कांस्य पदक तय हो जाता है।
हरियाणा के इस 20 वर्षीय मुक्केबाज का यह पहला एशियाई खेल है। उसने शुरू ही से अपने प्रतिद्वंद्वी पर दबाव बनाए रखा। दूसरी ओर खब्बू और लंबे कद का होने के बावजूद कोरियाई मुक्केबाज अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहा।
इससे पहले उसने इंडिया ओपन और बुल्गारिया में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में भी स्वर्ण पदक जीते थे जबकि गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था। ( भाषा)