विरोध प्रदर्शन ने बहनों के रिश्तों में डाली दरार, विनेश ने बबीता को दी चेतावनी
नई दिल्ली :विनेश फोगाट और उनकी चचेरी बहन बबीता फोगाट के बीच शनिवार को पहलवानों के प्रदर्शन को लेकर जुबानी जंग देखने को मिली।विनेश ने बबीता से भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चल रहे आंदोलन को कमजोर नहीं करने को कहा।
विनेश ने ट्वीट किया, अगर पीड़ित महिला पहलवालों के हक़ में नहीं खड़ी हो सकती तो बबीता बहन आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि हमारे आंदोलन को कमज़ोर तो मत करो। सालों लगे हैं महिला पहलवानों को अपने उत्पीड़क के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने में। आप भी महिला हैं और हमारा दर्द समझने की कोशिश करो।
इससे पहले बबीता ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के प्रदर्शनकारी पहलवानों से मिलने के लिए जंतर-मंतर पहुंचने के बारे में ट्वीट किया था।
भाजपा से जुड़ी बबीता ने कहा था, प्रियंका वाड्रा अपने निजी सचिव संदीप सिंह को लेकर जंतर मंतर महिला पहलवानों को न्याय दिलाने पहुँची हैं लेकिन इस व्यक्ति पर ख़ुद महिलाओं से छेड़छाड़ और एक दलित महिला को दो कौड़ी की औरत कहने जैसे तमाम आरोप लगे हैं।
श्री सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए 23 जनवरी को खेल मंत्रालय ने ओलंपिक मेडलिस्ट मुक्केबाज एम सी मैरी कॉम की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था। इस समिति ने अप्रैल के पहले सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, हालांकि इसके निष्कर्ष अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।
मैरी कॉम के अलावा समिति के अन्य सदस्यों में ओलंपिक पदक विजेता-पहलवान योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और मिशन ओलंपिक सेल की सदस्य तृप्ति मुरगुंडे, भारतीय खेल प्राधिकरण की पूर्व कार्यकारी निदेशक (टीम) राधिका श्रीमन और टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम के पूर्व सीईओ राजेश राजगोपालन शामिल थे।
ओलंपियन पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और अन्य शीर्ष भारतीय पहलवानों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर एक बार फिर पिछले रविवार से डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ अपना विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। ओलंपिक खेलों की पदक विजेता साक्षी मलिक पत्रकारों से बात करते हुए रो पड़ीं।
विनेश ने पहले आरोप लगाया था कि वह श्री सिंह द्वारा मानसिक उत्पीड़न का शिकार हुई थीं और (दावा किया था) उन्होंने आत्महत्या के बारे में भी सोचा था।