भारतीय फुटबॉल टीम के कोच बनना चाहते हैं एरिक्सन और एल्बर्ट रोका
दिल्ली। इंग्लैंड फुटबॉल टीम के पूर्व मैनेजर स्वेन गोरान एरिक्सन और इंडियन सुपर लीग की टीम के बेंगलुरु एफसी के पूर्व मैनेजर एल्बर्ट रोका भारतीय टीम के कोच बनने की दौड़ में शामिल हैं।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने पूर्व कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन के उत्तराधिकारी की खोज के तहत 35 नामों की सूची बनाई है, जिसमें स्वीडन के एरिक्सन और स्पेन के रोका की दावेदारी को मजबूत माना जा रहा है।
भारतीय कोच बनने की दौड़ में एरिक्सन और रोका के अलावा टॉमी टेलर (इंग्लैंड), हाकान एरिक्सन (स्वीडन), टामिस्लाव सिविच (सर्बिया), ली क्लार्क (इंग्लैंड) और लुकास अल्कराज गोंजालेज (स्पेन) जैसे फुटबॉल के जानेमाने नाम शामिल हैं।
स्वेन-गोरान इससे पहले 2006 तक पांच साल के लिए इंग्लैंड के कोच रह चुके है। उन्होंने पिछले महीने भारत के कोच बनने की दिलचस्पी दिखाई थी। भारतीय फुटबॉल टीम के हाल के वर्षों में अच्छे प्रदर्शन के बाद टीम के कोच बनने के लिए 250 से अधिक लोगों ने दिलचस्पी दिखाई जिसमें बड़ी संख्या में यूरोप के कोच भी शामिल हैं।
एआईएफएफ के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया, महासंघ को 250 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें से 125 को छांटा गया। इस 125 में से 80 के पास जरूरी योग्यता थी। विभिन्न मानदंडों के आधार पर लगभग 35-40 नामों को चुनकर तकनीकी समिति को भेज दिए गए हैं। इसमें सात-आठ को अंतिम साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा, जिसके बाद नियुक्ति की जाएगी।
मैनेजर के तौर पर 71 वर्षीय एरिक्सन ने 1979 से 2000 के बीच स्वीडन, पुर्तगाल और इटली के विभिन्न क्लबों के साथ 18 ट्रॉफियां जीतने के साथ तीन देशों में लीग और कप जीतने वाले पहले मैनेजर बने थे।
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में हालांकि उन्हें उतनी सफलता नहीं मिली। इंग्लैंड के अलावा वह मैक्सिको, फिलीपींस और आइवरी कोस्ट की राष्ट्रीय टीमों के साथ भी जुड़े रहे हैं।
रोका की देखरेख में बेंगलुरु एफसी ने दो साल में चार फाइनल खेले जिसमें 2016 में एएफसी कप के फाइनल के साथ 2017 में फेडरेशन कप और 2018 में आईएसएल तथा सुपर कप का फाइनल शामिल है। उनके कोच रहते बेंगलुरु एफसी ने फेडरेशन कप और सुपर कप का खिताब जीता लेकिन एएफसी कप और आईएसएल खिताब जीतने से चूक गए।