फिट होते ही हुई तकलीफ, दुबारा कोहनी का ऑपरेशन होगा इंग्लैंड के गेंदबाज का
लंदन: मार्क वुड ने ख़ुलासा किया है कि उनके दाएं कोहनी पर इस हफ़्ते एक और सर्जरी होनी है और इसके चलते वह इंग्लैंड के लिए इस घरेलू सीज़न में उपलब्ध नहीं होंगे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि अक्तूबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप से पहले वह मैदान पर वापसी कर लेंगे।
वुड को वेस्टइंडीज़ के दौरे पर पहले टेस्ट के दौरान उनकी कोहनी में परेशानी शुरू हुई थी। ज्वाइंट में एक हड्डी का टुकड़ा उन्हें आसानी से हाथ सीधा नहीं करने दे रहा था और उस महीने के अंत में सर्जरी के ज़रिए इस हड्डी को हटाया गया था।
शुरुआत में उम्मीद थी कि वुड तीन महीने बाद क्रिकेट में लौटेंगे और उन्हें 1 जुलाई को डरहम के लिए टी20 प्रतियोगिता ब्लास्ट में नॉट्स आउटलॉज़ के ख़िलाफ़ खेलना था। कोहनी को ठीक होने में और समय देने के लिए उन्हें उस मुक़ाबले से बाहर रखा गया और पिछले सप्ताहांत से पहले डरहम नेट्स में तेज़ गेंदबाज़ी के अभ्यास के बाद शनिवार को उन्होंने अपने क्लब ऐशिंग्टन के लिए लैंचेस्टर के लिए खेला और पांच विकेट भी लिए।
इसके बाद रविवार को उन्हें फिर से अपने हाथ को सीधा करने में कठिनाई हुई और टी20 विश्व कप के लिए फ़िट होने के उद्देश्य से एक और ऑपरेशन करवाने का फ़ैसला लिया गया।
मंगलवार को इंग्लैंड और दक्षिण अफ़्रीका वनडे में 'टेस्ट मैच स्पेशल' पर उन्होंने कहा, "मुझे शायद इस शनिवार एक और सर्जरी करवानी पड़ेगी। मैंने अभ्यास के लिए एक क्लब गेम खेला लेकिन वह उतना अच्छा नहीं गया और अब टी20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए यही एक विकल्प है। मैं नेट्स में तीन चार हफ़्तों से फ़ुल स्पीड पर गेंदबाज़ी कर रहा था। लेकिन क्लब मैच के एक दिन बाद बाएं हाथ में कोई परेशानी नहीं थी लेकिन दायां हाथ मानो अभी भी थोड़ा टेढ़ा है।"
वुड के चोट से ना उबर पाने से इंग्लैंड की तेज़ गेंदबाज़ी क्रम की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। जोफ़्रा आर्चर अपने स्ट्रेस फ्रैक्चर से अब तक नहीं लौटे हैं और 90 किमी से अधिक पर गेंदबाज़ी करने वाले ऑली स्टोन भी ब्लास्ट में बर्मिंघम बेयर्स के साथ वापसी कर ही रहें हैं।
हालांकि वुड ने ऑस्ट्रेलिया में विश्व कप से पहले फ़िट होने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा, "अगर ऐसा (मैच के बाद वाले दिन का हाल) टूर्नामेंट में होता तो मैं चार या पांच मैच के लिए फिर से बाहर हो जाता। इस लिए इस हफ़्ते की गतिविधियां इतनी अहम होंगी। मैंने क्लब क्रिकेट इसी कारण खेला ताकि इस पर कोई फ़ैसला हो सके। मैंने वह सब किया है जो मुझे करने को कहा गया है। ऐसे में ठीक ना होना निराशाजनक ज़रूर है।"
(वार्ता)