बॉलीवुड स्टार आमिर खान को गांव के बच्चे से लेकर देश और दुनिया जानती है लेकिन कृपाशंकर बिश्नोई को कुश्ती बिरादरी के अलावा कोई नहीं जानता...। आमिर की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'दंगल' 23 दिसंबर को भले ही रिलीज होने जा रही हो, लेकिन इस फिल्म के निर्माण को लेकर जो रोचक तथ्य हैं, उससे कम ही लोग परिचित हैं। आमिर जैसे स्टार कलाकार को देखने के लिए जहां भीड़ बेकाबू हो जाती है, जिससे मिलने को लोग तरसते हों, उसे भी कोई टका-सा जवाब देने वाला है तो वह है उनका कुश्ती गुरु कृपाशंकर ही, जिसका ताल्लुक मध्यप्रदेश के उस छोटे से शहर महू से है, जो संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर की जन्मस्थली है। आमिर और कृपाशंकर के मिलन की दिलचस्प दास्तान भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है...
हरियाणा में 'कन्या भ्रूण हत्या' की खबरें जब सुर्खियां बटोर रही थीं, तब आमिर ने फिल्म 'दंगल' बनाने का फैसला किया। असल में इसकी कहानी के जन्म में बहुत कुछ आमिर के टीवी शो 'सत्यमेव जयते' का भी हाथ रहा है, जिनका पूरा एपिसोड 'कन्या भ्रूण हत्या' पर आधारित था। फिल्म में उन्होंने महिला कुश्ती की स्टार पहलवान फोगाट बहनों को केंद्र में रखा है और जताने की कोशिश की है कि बेटा नहीं, बेटियां भी देश का नाम रोशन कर सकती हैं...
कुश्ती पर आधारित फिल्म बने और मुख्य किरदार को कुश्ती के दांव-पेंच नहीं आए, ऐसा संभव ही नहीं, लिहाजा मिस्टर परफेक्शनिस्ट अपने किरदार को वास्तविकता के साथ पेश करने के लिए कुश्ती के गुर सीखना चाहते थे। उन्होंने अपने कुश्ती गुरु की खोज हरियाणा से शुरू की लेकिन दिल्ली और पंजाब के जितने भी पहलवानों से उनकी मीटिंग हुई, बात नहीं बनी। असल में आमिर खुद की पसंद का कुश्ती गुरु चाहते थे।
आमिर खान ने अमेरिका और पोलैंड के कुश्ती कोचों को भी निरस्त कर दिया था फिर उनकी टीम ने कृपाशंकर बिश्नोई की खोज की, जिन्होंने इंदौर में रहकर कुश्ती जगत में अपना नाम रोशन किया और 'अर्जुन पुरस्कार' हासिल किया।
आमिर के हाथों तक कृपाशंकर का फोन नंबर पहुंच गया था और उन्होंने जनवरी 2015 में फोन लगाया... आमिर ने अपना परिचय दिया, लेकिन कृपाशंकर ने कहा, मैं किसी आमिर खान को नहीं जानता... आमिर ने कहा, भई मैं फिल्म अभिनेता आमिर खान बोल रहा हूं... तब भी कृपाशंकर को भरोसा नहीं हुआ, उन्हें लगा कि कोई उनके साथ मजाक कर रहा है लेकिन कुछ देर बात होने के बाद उन्हें भरोसा हो गया कि यह 'फेक कॉल' नहीं है, दूसरी तरफ से खुद आमिर खान ही हैं।
कृपाशंकर बिश्नोई, आमिर खान और महावीर फोगाट
आमिर ने कुश्ती गुरु बनने का प्रस्ताव दिया लेकिन कृपाशंकर ने कहा कि इसके लिए उन्हें एक महीने तक इंतजार करना होगा, क्योंकि उस वक्त वे भारतीय महिला कुश्ती टीम को प्रशिक्षित कर रहे थे। बॉलीवुड के जिस कलाकार के लिए लोग पलकें बिछाए रहते हैं, उन्हें उनके कुश्ती गुरु ने 1 महीने तक सब्र रखने का फरमान सुनाया। आमिर ने कहा, वे इंतजार करेंगे।
फरवरी 2015 में आमिर और कृपाशंकर की मुलाकात मुंबई में हुई और उनकी यह बैठक 5 घंटे तक चली। असल में आमिर अपने गुरु के कोचिंग प्रोग्राम को देखा था, इसी से वे प्रभावित हुए थे। आमिर को अपना कुश्ती गुरु मिल गया था... इसके बाद 4 महीने तक इस पहलवान ने आमिर खान को कुश्ती की बारिकियों के साथ ही 'धोबी पछाड़' दांव लगाने में पारंगत किया।
कृपाशंकर बताते हैं कि मुझे इन 4 महीनों में ऐसा बिलकुल भी नहीं लगा कि मैं बॉलीवुड की इतनी बड़ी हस्ती के साथ हूं। वे दांव सीखने में गहरी रुचि दिखाते और तब मुझे लगा कि आखिर क्यों इतना बड़ा कलाकार 'फिल्म के किरदार' को परदे पर उभारता है और क्यों आमिर खान की फिल्में हिट होती हैं...। आमिर ने अपनी पूरी यूनिट के सामने मुझे उस वक्त मान दिया, जब उन्होंने कहा कि मुझे ऐसे ही शख्स की जरूरत थी, जो खुद पहलवान रहा हो और मुझे कुश्ती सिखा सके। कृपाशंकर ही मेरी तलाश थे... इस तरह आमिर की फिल्म 'दंगल' में इंदौर की मिट्टी ने भी अपनी अलग भूमिका निभाई है, वो भी परदे के पीछे से...!