अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने अपेक्षाकृत आसान ड्रॉ मिलने के बावजूद फीफा विश्व कप क्वालीफायर के दूसरे दौर से टीम के बाहर होने के बाद सोमवार को सीनियर पुरुष टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमक को बर्खास्त कर दिया।स्टिमक को 2019 में मुख्य कोच नियुक्त किया गया था और पिछले साल अक्टूबर में एआईएफएफ ने उनके अनुबंध में 2026 तक विस्तार किया था।
एआईएफएफ ने एक बयान में कहा, सीनियर पुरुष राष्ट्रीय टीम के फीफा विश्व कप 2026 क्वालीफिकेशन अभियान के निराशाजनक परिणाम को देखते हुए सदस्यों ने सर्वसम्मति से सहमति जताई है कि टीम को आगे ले जाने के लिए एक नया मुख्य कोच सबसे उपयुक्त होगा।
बयान के अनुसार, एआईएफएफ सचिवालय द्वारा स्टिमक को बर्खास्तगी का नोटिस जारी किया गया है और वह तत्काल प्रभाव से अपने दायित्वों से मुक्त हो गए हैं।
अनुबंध के एक नियम के अनुसार एआईएफएफ को अब स्टिमक को लगभग 3,60,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग तीन करोड़ रुपये) का भुगतान करना पड़ सकता है जो कि एक ऐसे महासंघ के लिए काफी बड़ी राशि है जिसने हाल के वर्षों में धन के लिए संघर्ष किया है और इस वर्ष अपनी प्रतियोगिताओं के बजट में कटौती की है।
क्रोएशिया के 56 वर्षीय स्टिमक पांच साल तक भारत के कोच रहे।लंबे समय तक कप्तान रहे सुनील छेत्री के संन्यास के बावजूद भारत के पास विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में पहली बार प्रवेश करने का मौका था लेकिन 11 जून को अपने दूसरे दौर के अंतिम मैच में मेजबान कतर के हाथों 1-2 से हार के बाद उनकी उम्मीदें टूट गई।
स्टिमक को हटाने का फैसला एआईएफएफ के उपाध्यक्ष एनए हैरिस की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में कार्यवाहक महासचिव श्री सत्यनारायण को निर्देश दिया गया कि वे स्टिमक को उनकी नियुक्ति समाप्त करने के फैसले से अवगत कराएं। स्टिमक ने एक बार कहा था कि अगर भारत क्वालीफायर के तीसरे दौर में नहीं पहुंचता है तो वह पद छोड़ देंगे लेकिन जब टीम आखिरकार बाहर हो गई तो उन्होंने कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई।
विश्व कप 1998 के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली क्रोएशिया की टीम का हिस्सा रहे स्टिमक ने स्टीफन कॉन्सटेनटाइन के जाने के बाद 2019 में भारतीय टीम की कमान संभाली थी। उनके नेतृत्व में भारत ने चार प्रमुख ट्रॉफी जीती जिनमें दो सैफ चैंपियनशिप, एक इंटरकांटिनेंटल कप और एक तीन देशों की सीरीज शामिल है।
विश्व कप क्वालीफाइंग प्रतियोगिता में टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बीच एआईएफएफ की तकनीकी समिति को स्टिमक के प्रदर्शन का आकलन करने का काम सौंपा गया था। महासंघ क्रोएशियाई कोच को पद से हटाने की पैनल की सिफारिश पर ध्यान देने के लिए उत्सुक था लेकिन अनुबंध संबंधी मुद्दे महासंघ के लिए इसे मुश्किल बना रहे थे।
मार्च में घरेलू मैदान पर निचली रैंकिंग वाली अफगानिस्तान से हार के बाद से स्टिमक की नौकरी खतरे में थी।
कतर में पिछले एएफसी एशियाई कप में भी टीम ने निराशाजनक प्रदर्शन किया जहां भारत ने तीन मैच गंवाए और इस दौरान छह गोल खाए और एक बार भी गोल नहीं कर सका।
स्टिमक को विश्व कप क्वालीफायर से उम्मीद थी लेकिन वहां भी टीम पर्याप्त मैच जीतने और दूसरे दौर से आगे बढ़ने में विफल रही।विश्व कप क्वालीफायर के दूसरे दौर में भारत ने कुवैत के खिलाफ पहले चरण में 1-0 से जीत दर्ज की, कतर से 0-3 से हार गया और सऊदी अरब में तटस्थ स्थान पर खेलते हुए अफगानिस्तान के साथ गोल रहित से ड्रॉ खेला।
फिर गुवाहाटी में अफगानिस्तान के हाथों 1-2 से करारी हार मिली, यह परिणाम एआईएफएफ के साथ-साथ भारतीय फुटबॉल के प्रशंसकों को भी पसंद नहीं आया जिन्होंने इसे अस्वीकार्य करार दिया और कई लोगों ने स्टिमक को हटाने की मांग की।
कुवैत के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर छेत्री के आखिरी अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच में भी भारत जीत दर्ज नहीं कर पाया।एशियाई चैंपियन कतर ने दोहा में विवादास्पद गोल से भारत को 2-1 से हराकर तीसरे दौर में जगह बनाने की उसकी उम्मीदें तोड़ दी।
भारत ने 2024 में क्वालीफायर में चार मैचों में से केवल दो अंक हासिल किए और उन मैचों में केवल दो गोल किए। स्टिमक के कार्यकाल के दौरान भारत ने 53 मैच खेले जिसमें से 19 जीते, 14 ड्रॉ रहे और 20 में टीम को हार का सामना करना पड़ा।
(भाषा)