शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन भी जारी रही तेजी, सेंसेक्स 777 अंक उछला
मुंबई। शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा और गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स 777 अंक उछलकर बंद हुआ। कोरोनावायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन को लेकर फैली चिंता के बीच वैश्विक स्तर पर नकारात्मक रुख के बावजूद चौतरफा लिवाली से बाजार में मजबूती आई। 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 776.50 अंक यानी 1.35 प्रतिशत मजबूत होकर 58,461.29 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी 234.75 अंक यानी 1.37 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,401.65 अंक पर पहुंच गया।
सेंसेक्स के शेयरों में एचडीएफसी 3.92 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में रही। इसके अलावा पॉवरग्रिड, सन फार्मा, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक और बजाज ऑटो में भी तेजी रही। दूसरी तरफ सेंसेक्स के केवल 3 शेयरों- आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट में 0.78 प्रतिशत तक की गिरावट रही।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोर रुख के बावजूद घरेलू सूचकांकों में तेजी बनी रही। मजबूत घरेलू वृहद-आर्थिक आंकड़ों के बीच मुख्य रूप से आईटी, वित्तीय और धातु शेयरों में तेजी से बाजार में मजबूती आई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष में अक्टूबर तक बजटीय अनुमान का 36.3 प्रतिशत रहा। राजकोषीय घाटे के मोर्चे पर स्थिति बेहतर होने का कारण राजस्व संग्रह में सुधार है।
नायर ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन के बॉण्ड खरीद कार्यक्रम को तेजी से समाप्त करने और ब्याज दर में वृद्धि के बयान के साथ अमेरिका में ओमिक्रॉन संक्रमण का पहला मामला सामने आने से वैश्विक स्तर पर बिकवाली तेज हुई। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस. रंगनाथन ने कहा कि उतार-चढ़ाव से जुड़ा सूचकांक आज नरम पड़ा। इसके साथ विभिन्न क्षेत्रों में शेयर-केंद्रित लिवाली देखने को मिली। बाजार को बेहतर जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) और जीएसटी (माल एवं सेवाकर) आंकड़ों के साथ ऊर्जा के दाम में नरमी से भी समर्थन मिला।
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहें जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक और जापान का निक्की नुकसान में रहें। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट का रुख देखा गया। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.41 प्रतिशत चढ़कर 70.53 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर 9 पैसे टूटकर 75.00 पर पहुंच गई। शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक बुधवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने 2,765.84 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।