Mumbai Share bazaar: नीतिगत दर बढ़ने की आशंका के बीच मुनाफावसूली से सेंसेक्स व निफ्टी स्थिर बंद
Mumbai Share bazaar: घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को लगभग स्थिर बंद हुए। अमेरिका में नीतिगत दर बढ़ने की आशंका, विदेशी कोषों की निकासी और निवेशकों की मुनाफावसूली जारी रहने के बीच दोनों मानक सूचकांक (सेंसेक्स और निफ्टी) मामूली लाभ में रहे। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स (Sensex) 3.94 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की बढ़त के साथ 65,220.03 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 146.82 अंक तक चढ़ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 2.85 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की मामूली तेजी के साथ 19,396.45 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में आईटीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, विप्रो, लार्सन एंड टुब्रो, ऐक्सिस बैंक, टाटा स्टील, मारुति और भारती एयरटेल प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक, टेक महिंद्रा और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग हुई जियो फाइनेंशियल सर्विसेज सोमवार को शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार सोमवार को बढ़त में रहे थे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख के बावजूद घरेलू शेयर बाजार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनिश्चितता के चलते तेजी को कायम रखने को लेकर संघर्ष करते दिखे। पश्चिमी अर्थव्यवस्था से जुड़े सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और औषधि जैसे क्षेत्रों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, वहीं मझोली और छोटी कंपनियां मजबूती दिखा रही हैं और उनमें निवेशक पैसा लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उच्च बॉन्ड प्रतिफल और अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने की आशंका से एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) घरेलू बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। इससे बाजार में उतार-चढ़ाव आ रहा है। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 1,901.10 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। इस बीच वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84.31 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta