• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. शेयर बाजार
  3. समाचार
  4. Investors took caution in the stock market before the general budget
Written By
Last Updated : मंगलवार, 31 जनवरी 2023 (19:32 IST)

आम बजट के पहले शेयर बाजार में निवेशकों ने बरती सतर्कता, सेंसेक्स व निफ्टी में रही बढ़त

आम बजट के पहले शेयर बाजार में निवेशकों ने बरती सतर्कता, सेंसेक्स व निफ्टी में रही बढ़त - Investors took caution in the stock market before the general budget
मुंबई। आम बजट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक बैठक के नतीजों से 1 दिन पहले मंगलवार को निवेशकों के सतर्क रुख अपनाने से घरेलू शेयर बाजारों में मामूली तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 49 अंक की बढ़त पर रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी भी 13.20 अंक यानी 0.07 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 17,662.15 अंक पर बंद हुआ।
 
उतार-चढ़ाव से भरे कारोबार के अंतिम घंटे में लिवाली से 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 49.49 अंक यानी 0.08 प्रतिशत की तेजी के साथ 59,549.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 59,787.63 अंक के उच्च स्तर तक गया और 59,104.59 अंक के निचले स्तर तक आया।
 
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी भी 13.20 अंक यानी 0.07 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 17,662.15 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा सर्वाधिक 3.53 प्रतिशत की बढ़त लेने में सफल रहा।
 
अल्ट्राटेक सीमेंट, पॉवर ग्रिड, भारतीय स्टेट बैंक, आईटीसी, टाटा मोटर्स, टाइटन और आईसीआईसीआई बैंक भी लाभ में रहे। दूसरी तरफ टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, सन फार्मा, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक और एचडीएफसी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
 
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार का प्रदर्शन दुनिया के अन्य बाजारों की तुलना में हल्का रहा। इसका कारण शेयरों का उच्च मूल्यांकन है। इसके अलावा बाजार पर अडाणी समूह प्रकरण का भी असर पड़ा है। एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) की बिकवाली बढ़ी है। अब निवेशकों की नजर बजट और फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति पर है। इस पर बाजार की मिली-जुली राय है।
 
संसद में पेश आर्थिक समीक्षा में चालू वित्त वर्ष की वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। इसमें वित्त वर्ष 2023-24 में वृद्धि दर के धीमा पड़कर 6-6.8 प्रतिशत रहने की संभावना जताई गई है। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि अब सबकी नजरें केंद्रीय बजट पर टिकी हैं और हम बुधवार को बाजार में तेज उतार-चढ़ाव की उम्मीद कर रहे हैं। 2 दिनों से सूचकांक का लगभग स्थिर रहना गिरावट के बाद की राहत को दर्शाता है। व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 2.21 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गई।
 
दुनियाभर के बाजार फेडरल रिजर्व की बैठक के पहले आशंकित नजर आए। एशिया के बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख था। अमेरिकी बाजार में भी सोमवार को गिरावट रही।
 
इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83.90 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 6,792.80 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta
ये भी पढ़ें
वैश्विक मंदी की आहट के बीच आर्थिक सर्वे में आशावाद की झलक