बिहार में सियासी हलचल तेज
नीतीश सरकार का फ्लोर टेस्ट
विधायकों की बाड़ेबंदी
पटना। Bihar Political Crisis : फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार में सियासी हलचल तेज है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जनता दल (यूनाइटेड) ने विश्वास जताया कि भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बनाने वाले कुमार विश्वास मत हासिल कर लेंगे। आरजेडी ने दावा किया कि बिहार में खेला होगा। फ्लोर टेस्ट से पहले जदयू विधायकों को पटना के चाणक्य होटल में स्थानांतरित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली NDA सरकार का फ्लोर टेस्ट आज विधानसभा में होगा।
विधायक टूटने का दावा : नीतीश सरकार के सदन के अंदर बहुमत साबित करने के पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष अपने -अपने विधायकों को संभालने में लगा है। दोनों ही पक्ष दूसरे खेमे में विधायकों के टूटने का दावा कर रहा है, जिससे राज्य में अटकलबाजियों का बाजार गर्म है।
आरजेडी का दावा होगा खेला : आरजेडी ने दावा किया था कि बिहार में 'खेला' होगा। इस बीच जानकारी मिली है कि जेडीयू के विधानमंडल की बैठक में सभी 45 विधायक नहीं पहुंचे हैं। जानकारी के मुताबिक, बीमा भारती, सुदर्शन, दिलीप राय और रिंकू सिंह पार्टी की बैठक में नहीं पहुंचे हैं।
क्या बोली जेडीयू : राज्य के संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जद (यू) विधायक दल की बैठक में दो या तीन विधायकों की अनुपस्थिति को अधिक तवज्जों नहीं दी और इसके लिए अपरिहार्य परिस्थितियों को जिम्मेदार ठहराया, जिनके बारे में उन्होंने (विधायकों) पूर्व सूचना दी थी। चौधरी ने इस बात पर जोर दिया कि बहुमत परीक्षण के दौरान पार्टी के सभी विधायक विधानसभा में मौजूद रहेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव : चौधरी ने कहा कि राजग में हमारे पास कुल 128 विधायक हैं। 243 सदस्यीय विधानसभा में हम बहुमत की स्थिति में हैं। हमारे सभी विधायक सदन के अंदर मौजूद रहेंगे, जहां विश्वास मत से पहले विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आएगा। जद (यू) के वरिष्ठ नेता बैठक में शामिल नहीं होने वाले विधायकों की सही संख्या के बारे में सीधा जवाब देने से बचते रहे।
तेजस्वी के घर पहुंची पुलिस : रविवार की रात अचानक पटना जिलाधिकारी और एसएसपी की टीम राष्ट्रीय जनता दल की वरिष्ठ नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पांच देश रत्न मार्ग स्थित आवास पर पहुंची। तेजस्वी के के आवास पर पुलिस और प्रशासन के पहुंचने की वजह आनंद मोहन के बेटे अंशुमन आनंद की शिकायत थी। अंशुमान आनंद ने पाटलिपुत्र थाने में यह शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके बड़े भाई विधायक चेतन आनंद किसी बैठक में शामिल होने के लिए घर से निकले थे, इसके बाद से वह घर नहीं लौटे हैं।
बाड़ेबंदी में लगी पार्टियां : अपने अपने खेमे में टूट के विरोधियों के दावों से सभी दल मीडिया के सामने भले ही इनकार कर रहे हैं लेकिन सच तो यह है कि सभी इसको लेकर डरे हुए भी हैं। डर का ही आलम है कि जदयू, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस, वामपंथी दल और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने अपने-अपने विधायकों की तगड़ी बाड़ेबंदी की है। कांग्रेस के विधायक भी हैदराबाद से पटना पहुंच गए हैं।
किसके पास कितने विधायक : 243 सदस्यीय बिहार विधान सभा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के 128 विधायक हैं। इनमें भाजपा के 78, जदयू के 45, हम के 04 और 01 निर्दलीय शामिल है। वहीं, महागठबंधन के 114 विधायकों में राजद के 79, कांग्रेस के 19, वामदलों के 16 है जबकि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के विधायक अख्तरुल ईमान किसी गठबंधन के साथ नहीं हैं। एजेंसियां