मारा गया गैंगस्टर विकास दुबे का करीबी प्रभात मिश्रा, जानिए पुलिस एनकाउंटर की कहानी
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी और कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के करीबी सहयोगी प्रभात मिश्रा की पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश करते समय गोली लगने से मौत हो गई।
यूपी एसटीएफ उसे रिमांड पर कानपुर ला रही थी। पनकी थाना क्षेत्र में गाड़ी खराब हो गई। इस बीच प्रभात ने यूपी एसटीएफ के एक दरोगा की पिस्टल छिनकर भागने का प्रयास किया। पुलिस ने उसे रोका तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में प्रभात मिश्रा मारा गया।
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रभात ऊर्फ कार्तिकेय ने ट्रांजिट रिमांड पर फरीदाबाद से कानपुर लाये जाने के दौरान पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की।
उन्होंने बताया कि कार्तिकेय ने पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन कर एसटीएफ कर्मियों पर गोली चला दी, जिसमें दो कर्मी घायल हो गए।
कुमार ने बताया कि पुलिस की जवाबी कार्रवाई में कार्तिकेय घायल हो गया था और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
प्रभात को पुलिस ने बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। जब उसे गिरफ्तार किया गया था तो पुलिस ने उसके पास से 2 पिस्टर, 2 तमंचे और 44 कारतूस बरामद किए थे। उस पर भी बिकरू कांड में पुलिस पर गोलियां चलाने का आरोप है। (भाषा)