दशहरा रैली को लेकर ठाकरे और शिंदे में ठनी, दोनों हुए आमने-सामने
मुंबई। शिवसेना की दशहरा रैली को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आमने-सामने हो गए हैं। मुंबई नगर निकाय ने शुक्रवार को कहा कि दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क 'बुक' करने के वास्ते उसे शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट की ओर से आवेदन प्राप्त हुए हैं। यहां पहली रैली 1966 में हुई थी जिसे शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे ने संबोधित किया था।
शिवसेना के राजनीतिक कैलेंडर में यह रैली सबसे महत्वपूर्ण आयोजन मानी जाती है और कई दशकों से पार्टी की यह परंपरा चली आ रही है, परंतु इस साल इस रैली के 2 दावेदार हैं, क्योंकि जून में शिंदे ने शिवसेना से बगावत कर दी थी।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका के एक अधिकारी ने कहा कि दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क की बुकिंग के वास्ते हमें पिछले महीने 2 आवेदन प्राप्त हुए। पहला आवेदन 22 अगस्त को मिला, जो शिवसेना के ठाकरे गुट ने भेजा था और दूसरा आवेदन गणेशोत्सव से ठीक पहले शिंदे गुट ने भेजा था। अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि अभी तक किसी भी आवेदन पर निर्णय नहीं लिया गया है।
इससे पहले उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उनकी पार्टी पहले की तरह शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करेगी, वहीं उनके बेटे आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया था कि रैली के लिए पार्टी के आवेदन को मंजूरी मिलने में दिक्कत पेश आ रही है। शिवाजी पार्क में पहली रैली 1966 में हुई थी जिसे शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे ने संबोधित किया था। इस रैली में राज्यभर से पार्टी के कार्यकर्ता शामिल होते हैं।(भाषा)