जम्मू-कश्मीर में गणतंत्र दिवस पर शांति को बिगाड़ सकते हैं आतंकी, सुरक्षा अधिकारी मुस्तैद
जम्मू। उस पार से कई इलाकों में बड़ी संख्या में आतंकियों के घुस आने की खबरों के बाद कई इलाकों में तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं। इनमें सबसे प्रमुख सांबा और राजौरी में व्यापक अभियान चलाया गया है। आतंकी इस बार गणतंत्र दिवस पर कुछ बड़ा कर सकते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सांबा और राजौरी जिलों में स्थानीय लोगों द्वारा संदिग्ध देखे जाने के उपरांत तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। फिलहाल तलाशी अभियान जारी है। जानकारी के अनुसार सांबा के सीमावर्ती क्षेत्र सदोह और मावा में आज मंगलवार सुबह स्थानीय लोगों ने संदिग्ध देखे। ग्रामीणों ने तुरंत इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दे दी। अब क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षाबलों द्वारा संयुक्त रूप से तलाशी अभियान जारी है। अन्य विवरण प्रतीक्षारत है।
इसी बीच राजौरी के टंडवाल ठंडाकस्सी क्षेत्र में भी तलाशी अभियान जारी है। सुरक्षाबलों को सूचना मिली है कि क्षेत्र में स्थानीय लोगों द्वारा संदिग्ध देखे गए हैं। इसी के उपरांत पूरे क्षेत्र को सुरक्षाबलों ने घेरकर तलाशी अभियान जारी कर दिया है। सड़क मार्ग पर यातायात को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
दूसरी ओर चौंकाने वाला तथ्य आतंकियों द्वारा बनाए जा रहे भयपूर्ण वातावरण का यह है कि आम नागरिक दहशतजदा है। पुलिस महानिदेशक से लेकर आईजी लेवल तक के अधिकारी यह कह रहे हैं कि आतंकी गणतंत्र दिवस पर कुछ बड़ा कर सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार सबसे अधिक खतरा लश्करे तोईबा से है। लश्करे तोईबा की ओर से सबसे बड़ा खतरा मानव बमों का है, क्योंकि अभी तक का अनुभव यही रहा है कि लश्करे तोईबा ने आतंक तथा दहशत फैलाने के लिए मानव बमों का खुलकर इस्तेमाल किया है जबकि आत्मघाती हमले उसके प्रमुख हथियार माने जाते हैं।