कैसा है तेलंगाना की नई मंत्री सीताक्का के नक्सली से मंत्री बनने तक का सफर?
Telangana news : तेलंगाना की नई अनुमुला रेवंत रेड्डी सरकार में 2 महिला नेताओं समेत 11 लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली। इनमें से एक दानसारी अनसूया सीताक्का है। सीताक्का का मंत्री बनने का सफर बेहद रोमांचक रहा है।
10वीं तक पढ़ी सीताक्का 1988 में नक्सलियों के साथ जुड़ गई थीं। इसके बाद वह नक्सलियों के समूह में वह कमांडर बन गईं। पुलिस एनकाउंटर में उनके पति और भाई की मौत हो गई। उन्होंने 15 साल से अधिक समय जंगल में छिपकर बिताया और सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी। चंद्रबाबू सरकार के राज उन्होंने मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया।
इसके बाद वह जंगलों में रहने वाले आदिवासियों के उत्थान के लिए काम करने लगी। उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी और 2009 में टीडीपी ने उन्हें मुलुंग से विधानसभा का टिकट दिया। चुनाव जीतकर वे विधानसभा पहुंच गईं।
तेलंगाना राज्य के गठन के बाद 2017 में सीताक्का ने टीडीपी को अलविदा कह दिया और रेवंत रेड्डी के साथ कांग्रेस में आ गईं। कोरोना काल के मुश्किल समय में उन्होंने गांवों में घूमकर लोगों को भोजन और जरूरी सामान दिया।
2022 में उन्होंने ओस्मानिया विश्विद्यालय से राजनीति विज्ञान में पीएचडी की डिग्री हासिल की। मुलुग सीट से सीताक्का ने 33,700 वोटों से चुनाव जीतकर यहां हैट्रिक लगाई है।
सीताक्का के पास कुल 82 लाख रुपए की संपत्ति है। उनके पास कुल 1 लाख रुपए नकद और 60 ग्राम के सोने के आभूषण हैं। इसका बाजार मूल्य 3 लाख रुपए हैं।