बच्ची की नृशंस हत्या के सिलसिले में 2 और गिरफ्तार, एएमयू ने निकाले कैंडल लाइट जुलूस
अलीगढ़ (उप्र)। जिले के टप्पल कस्बे में ढाई साल की बच्ची की नृशंस हत्या के सिलसिले में 2 और लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपी जाहिद की पत्नी और भाई को विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने सुबह गिरफ्तार किया। इससे पहले जाहिद (27) और एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ मजबूत मामला बना रही है ताकि यह सभी कानूनी प्रक्रियाओं पर खरा उतरे और फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए तेजी से न्याय सुनिश्चित हो सके। सभी संदिग्धों के फोन रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। कुलहरि शुक्रवार देर रात तक घटनास्थल पर मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि अगर कोई अफवाह फैलाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करता है या शांति भंग करने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कुलहरि ने पुष्टि की कि जो 2 लोग पकड़े गए हैं, उनमें से एक की उम्र लगभग 43 साल है और उसका आपराधिक इतिहास भी है। उसके खिलाफ गुंडा एक्ट लग चुका है और नाबालिगों के साथ यौन अपराध के लिए उस पर 2 बार कार्रवाई हुई है।
उन्होंने बताया कि उक्त आरोपी के खिलाफ पॉक्सो के 2 अलग-अलग मामले तथा बलात्कार का एक मामला लंबित है। दिल्ली में अपहरण के एक मामले में वह जेल गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 3 डॉक्टरों के पैनल ने बच्ची के शव का पोस्टमॉर्टम किया। उन्हें बलात्कार का कोई साक्ष्य नहीं मिला, हालांकि फॉरेंसिक विशेषज्ञ नमूनों की जांच कर रहे हैं।
इस बीच नृशंस हत्या के खिलाफ विरोध प्रकट करने के लिए कई जगहों पर कैंडल लाइट जुलूस निकाले गए। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के शिक्षकों और छात्रों ने इस जघन्य हत्या की कड़ी निंदा की है। उन्होंने अपराध को अंजाम देने वालों को जल्द और कड़े से कड़ा दंड देने की मांग की।
एएमयू शिक्षक संघ की विशेष बैठक में मांग की गई कि फास्ट ट्रैक कोर्ट का तत्काल गठन किया जाए। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने परिसर में कैंडल लाइट मार्च किया। छात्रों ने कानून में बदलाव की मांग की ताकि ऐसे अपराधियों को उसी तरह का कड़ा दंड मिल सके, जैसा कि सऊदी अरब में मिलता है।
एसएचओ सहित 5 पुलिसकर्मियों को मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। बच्ची टप्पल कस्बे से 30 मई को गायब हुई थी। उसका शव 3 दिन बाद घर के निकट कूड़े के ढेर पर पड़ा मिला था।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने शुक्रवार को कहा था कि मामला त्वरित गति से चलाया जाएगा। प्राथमिकी में पॉक्सो भी शामिल किया जाएगा। फिलहाल बलात्कार की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता और नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं। (भाषा)