कभी नहीं चुका सकते कुर्बान हुए जवानों का कर्ज : संजय सिन्हा
आसनसोल। 'पल-पल दुश्मनों से हमारी हिफाजत करने वाले देश के जवानों की कुर्बानियों के लिए हम लोग हमेशा ऋणी रहेंगे और देश के उन शहीदों के लिए हमारा सिर श्रद्धा के साथ झुकेगा। ये भी सच है कि जवानों की कुर्बानियों का कर्ज हम कभी चुका नहीं पाएंगे।'
उक्त विचार मीडिया पर्सनालिटी व समाजसेवी संजय सिन्हा ने आसनसोल के बीएनआर मोड़ के निकट सामाजिक संस्था 'खास बात वेलफेयर सोसायटी' की तरफ से सुकमा के नक्सल हमले में शहीद हुए 25 सीआरपीएफ जवानों को अश्रुपूरित नेत्रों से भावभीनी श्रद्धांजली देने के क्रम में व्यक्त किए।
उन्होंने कि देश के उन शहीदों को भूल जाना हमारे जीवन के लिए सबसे बड़ा गुनाह होगा क्योंकि अपनी तमाम खुशियों को न्योछावर करते हुए जवानों ने अपनी कुर्बानी दी है। दुश्मनों के आगे झुकने की जगह उन्होंने बहादुरी के साथ लड़ते हुए सीने पर गोली खाकर मरना ज्यादा बेहतर समझा। ऐसे रणबांकुरों को हमारा नमन।
संस्था के सदस्यों ने शहीदों की आत्मा की शांति के लिए दीप जलाए और श्रद्धा-पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजली दी। इसके बाद राष्ट्रीय गीत भी गाया गया। इस मौके पर संस्था के दूसरे सदस्यों ने भी अपनी-अपनी बातें रखीं और शहीदों को सलाम किया।
इस असवर पर पार्षद आशा शर्मा, शबाना अफ़रोज़, मोहम्मद साजिद हुसैन, प्रशांत चक्रवर्ती, अंजना पाल, अंकेश पाल, मिताली सालुई, मिंकू माजी, सिमी चटर्जी, पिंटू गोराई, राजन सिंह, आशीष कुमार, विशाल रॉय, रोहित सिंह, राकेश शर्मा उपस्थित थे।