उद्धव के अयोध्या दौरे पर शिवसेना ने कहा, नहीं बदली विचारधारा
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर अयोध्या जाने के मौके पर पार्टी ने शनिवार को कहा कि उसकी विचारधारा में कोई बदलाव नहीं आया है।
अपने पूर्व सहयोगी दल भाजपा पर कटाक्ष करते हुए शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा कि भगवान राम और हिंदुत्व किसी एक राजनीतिक दल की संपत्ति नहीं है।
शिवसेना ने कहा कि राकांपा और कांग्रेस वाली महा विकास अघाड़ी सरकार ने 100 दिन पूरे कर लिए हैं जो उन लोगों के लिए दुख की बात है जिन्होंने दावा किया था कि यह नयी गठबंधन सरकार 100 घंटे से ज्यादा नहीं चलेगी।
संपादकीय में कहा गया है, 'जिनकी सरकार 80 घंटे ही चल पाई वे दावा कर रहे थे कि ठाकरे सरकार 100 घंटे तक भी नहीं चलेगी। लेकिन इस एमवीए सरकार ने न केवल उन्नति की बल्कि अपने प्रदर्शन से लोगों के मन में भरोसा भी कायम किया।'
शिवसेना देवेंद्र फड़णवीस सरकार के दूसरे कार्यकाल का जिक्र कर रही थी। यह सरकार पिछले साल नवंबर में महज 80 घंटे ही चल पाई थी।
सामना में कहा गया है, 'मुख्यमंत्री ठाकरे के अयोध्या दौरे का स्वागत किया जाना चाहिए क्योंकि वह भगवान श्री राम के चरणकमलों में सरकार द्वारा किए गए कामों के पुष्प अर्पित कर रहे हैं।'
संपादकीय में कहा गया है कि ठाकरे की अयोध्या यात्रा को लेकर उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने कई सवाल खड़े किए। इसमें कहा गया है कि कोई भी सरकार का समर्थन कर सकता है लेकिन उद्धव ठाकरे और शिवसेना बाहर तथा अंदर से एक जैसे ही रहेंगे। विचारधारा में कोई बदलाव नहीं आया है। भगवान श्री राम और हिंदुतव किसी एक पार्टी की संपत्ति नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता सुरेश 'भैयाजी' जोशी की टिप्पणी कि हिंदू समुदाय भाजपा का पर्याय नहीं है और भाजपा का विरोध करने का मतलब हिंदुओं का विरोध नहीं है, का जिक्र करते हुए शिवसेना ने कहा कि इसी तरह अयोध्या सभी का है।
शिवसेना ने कहा कि बाल ठाकरे ने दुनिया भर के हिंदुओं में मंदिर के निर्माण को लेकर भरोसा पैदा किया था। पार्टी ने कहा कि महाराष्ट्र को भगवान श्रीराम और छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा दिखाए रास्ते पर चलाया जा रहा है।