उफान पर रामगंगा, गांव-बस्तियों में बाढ़, नैनीताल हाइवे पर तेज बहाव ने बढ़ाई परेशानी
मुरादाबाद। पहाड़ों और मैदानी क्षेत्रों में होने वाली बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में मुरादाबाद से निकले वाली रामगंगा उफान पर है। रामगंगा के तेज बहाव के कारण पानी गांवों और खेतों से निकलकर नैनीताल हाइवे पर आ गया।
बाढ़ के इस पानी को देखकर ऐसा लग रहा है कि हाइवे पर नदी बह रही है। हाइवे पर पानी का तीव्र प्रवाह देखकर वहां से गुजरते वाहन की रफ्तार धीमी हो गई है, जिससे सड़क पर जाम की स्थिति बनी हुई है और सड़क पर पेड़ भी गिर गए है।
रामगंगा के किनारे बसे गांवों व बस्तियों में भी बाढ़ का पानी घुस आया है। पुल पर से बाढ़ का ये नजारा देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। किसी अनहोनी से राहगीरों और नजारा देखने वाले लोगों को बचाने के लिए पुलिस की ड्यूटी पुल पर लगाई गई है।
रामगंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा, जो मुरादाबाद सीमा से 5 किलोमीटर सिविल लाइन क्षेत्र में आ गया है। शहरी सीमा और खेतों में प्रवेश करने के बाद बाढ़ का पानी तेज गति के साथ नैनीताल हाइवे पर आ गया। जिससे वहां से गुजरने वाले वाहन स्वामियों हड़कंप मच गया।
पानी के तेज बहाव को देखते हुए बड़ी सावधानी के साथ बड़ी धीमी गति से वाहनों को हाइवे से निकाला जा रहा है। पानी के तेज बहाव के चलते जगह-जगह पेड़ गिरे पड़े हैं और कई जगह सड़क भी कट गई। सड़क कटान के चलते कोई दुर्घटना न हो जाएं, प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से वहां रेत से भरे बोरे रखवा दिए हैं। पानी के तेज बहाव के कारण सड़क पर लगा मील का पत्थर भी उखड़कर बह गया।
नैनीताल हाइवे पर बसे गांव के लोगों का कहना है कि पिछले तीन दिनों से रामगंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। बाढ़ का यह पानी जंगलों और खेतों से होता हुआ आज नैनीताल और रामनगर को जाने वाले इस हाइवे पर आ गया।
पानी का बहाव अभी बहुत तेज है और जलस्तर भी बढ़ा हुआ है। इस इलाके के लगभग एक दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच गया। यदि इसी तरह से पानी बढ़ता रहा तो बड़ी दिक्कत हो जाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन गांवों में बाढ़ हर साल ही आती है।
यही नहीं, रामगंगा के दूसरे छोर पर बसने वाली बस्तियों में भी रामगंगा का पानी घुस चुका है। घरों के आगे कई फुट आ चुका है, जिसके चलते लोग घरों में कैद हो गए हैं। जिन लोगों के घर कच्चे हैं या नीचे बने हुए हैं, उन लोगों को ऊंचे स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। कारखानों और खाली जगहों में बाढ़ का पानी घर कर गया है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।
रामगंगा में जलस्तर बढ़ने से जहां बस्ती और गांव के डूब गए है, लोगों की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं शहरी क्षेत्रों के लिए ये पिकनिक बन गई है क्योंकि वह अपने पूरे परिवार के साथ बाढ़ का यह नजारा देखने के लिए रामगंगा पर बने पुल पर पहुंच कर भीड़ लगा रहे हैं। इस दृश्य और लोगों को देखकर पुलिस-प्रशासन के चेहरे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं। आनन-फानन में सुरक्षा के मद्देनजर दृष्टि पुलिस पुल पर भीड़ को निंयत्रित कर रही है।