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Last Updated : गुरुवार, 13 अगस्त 2020 (21:21 IST)

राजस्थान : गहलोत सरकार लाएगी विश्वास प्रस्ताव, कल से शुरू हो रहा है विधानसभा सत्र

राजस्थान : गहलोत सरकार लाएगी विश्वास प्रस्ताव, कल से शुरू हो रहा है विधानसभा सत्र - Rajasthan ashok gehlot government confidence motion
जयपुर। अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में विश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि विधायक दल की यहां हुई बैठक में यह घोषणा की गई कि विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत ने विधायकों से अब तक हुई बातों को भूलकर आगे बढ़ने को कहा। विधानसभा का पांचवां सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है। 
 
कार्यकाल पूरा करेगी गहलोत सरकार : कांग्रेस विधायक विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी। 
 
सिंह कांग्रेस के उन 19 विधायकों में से एक हैं जिन्होंने गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ बगावत की थी और पार्टी ने उन्हें मंत्री पद से हटा दिया था। सिंह ने कहा कि कुछ मुद्दे थे और वे अपने खिलाफ मामलों के बाद राजस्थान लौटने से डर रहे थे और अब जब पार्टी आलाकमान ने हस्तक्षेप किया है तो उन्हें आश्वासन दिया गया है कि सबकुछ ठीक हो जाएगा।
 
पार्टी ने सिंह को प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया था जिसे गुरुवार को दोबारा बहाल कर दिया गया। इसके बाद सिंह यहां पार्टी विधायक दल की बैठक में शामिल हुए।
 
उन्होंने कहा कि पार्टी में इससे पहले भी अधिक गंभीर संघर्ष हुए हैं लेकिन पार्टी हमेशा एकजुट और विजयी रही...इस बार भी विजय रहेगी। हम संवाद की प्रक्रिया में हैं और आलाकमान हस्तक्षेप कर रहा है और निश्चित रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में सरकार को सुचारू रूप से चलाना होगा।
 
गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को गिराने की कथित मंशा के आरोपों को खारिज करते हुए सिंह ने कहा कि वे पार्टी आलाकमान को कुछ बातें बताने गए थे और राजस्थान पुलिस द्वारा झूठे मामले दर्ज किए जाने के बाद वापस आने से डर रहे थे। 
 
निलंबन रद्द होने से पहले उन्होंने कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि विधायकों की सुरक्षा बनी रहे और बदले की भावना से कोई कार्रवाई न की जाए। आलाकमान ने हमें इसका विश्वास दिलाया है। उन्होंने कहा कि विधायकों को शिकायत थी कि उनके काम नहीं हो रहे हैं और वे निर्वाचन क्षेत्रों में अपने लोगों को समझाने में सक्षम नहीं थे कि ऐसा क्यों है।
 
उन्होंने कहा कि 'पार्टी और सरकार के बीच तालमेल की कमी थी।' पूर्व मंत्री ने कहा कि वे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता है और उन्हें दी गई किसी भी जिम्मेदारी को पूरा करेंगे और उम्मीद जताई कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा घोषित तीन सदस्यीय समिति विधायकों की शिकायतों का समाधान करेगी।