Narendra Modi : वाराणसी में रोड शो के दौरान पीएम मोदी के काफिले ने एंबुलेंस को दिया रास्ता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो का काफिला वाराणसी के अर्दली बाजार में निकल रहा था। इसी दौरान वहां से गुजर रही एक एंबुलेंस को काफिले ने रास्ता दिया। एंबुलेंस काफिले के साइड से निकल गई। अधिकारी ने बताया कि नदेसर स्थित कटिंग मेमोरियल पहुंचने पर उनके काफिले के सामने एक ऐंबुलेंस आ गई। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपना काफिला रुकवाकर एंबुलेंस को रास्ता दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। वे अपने इस दौरे के दौरान काशी तथा आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए 19,000 करोड़ रुपए से अधिक की 37 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन करेंगे।
काशी पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री के काफिले पर लोगों ने फूलों की पंखुड़ियों से वर्षा की। इसी दौरान उनका कारवां रोककर एक एम्बुलेंस को रास्ता दिया गया।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री करीब सवा तीन बजे विशेष विमान ने बाबतपुर हवाई अड्डे पर पहुंचे। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी अगवानी की। इसके बाद प्रधानमंत्री का काफिला हवाई अड्डे से कटिंग मेमोरियल मैदान के लिए रवाना हुआ। इस दौरान मोदी के स्वागत में सड़क के दोनों किनारे खड़े लोगों ने उनके नारे लगाए।
प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान एक ऐसा भी अवसर आया जब उनका काफिला रोककर एक एंबुलेंस को रास्ता दिया गया। एक अधिकारी ने बताया कि नदेसर स्थित कटिंग मेमोरियल पहुंचने पर उनके काफिले के सामने एक एम्बुलेंस आ गई। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपना काफिला रुकवाकर एम्बुलेंस को रास्ता दिया।
प्रधानमंत्री ने कटिंग मेमोरियल मैदान में आयुष्मान योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों से भी भेंट की।
आधिकारिक बयान के मुताबिक वाराणसी दौरे के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी शाम को नमो घाट से काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण का शुभारंभ करेंगे। 17 से 31 दिसंबर तक आयोजित होने वाले काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण के दौरान तमिलनाडु एवं पुडुचेरी के 1,400 लोग वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा करेंगे। मोदी यहां काशी तमिल संगमम एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
बयान में कहा गया है कि काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण में साहित्य, प्राचीन ग्रंथ, दर्शन, अध्यात्म, संगीत, नृत्य, नाटक, योग और आयुर्वेद पर व्याख्यान भी होंगे। इसके अतिरिक्त, "नवाचार, व्यापार, ज्ञान विनिमय, शिक्षा तकनीक और अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी" पर संगोष्ठी कराने की योजना बनाई गई है। एजेंसियां