• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. प्रादेशिक
  4. Pay attention to crimes in Delhi also... : Manish Sisodia slams Centre in letter to Delhi LG after CBI summon
Written By
Last Updated : रविवार, 16 अक्टूबर 2022 (23:32 IST)

CBI से मिले समन के बाद मनीष सिसोदिया ने LG से पूछे सवाल, सिंह ने कहा- गुजरात में हार से डरी BJP

CBI से मिले समन के बाद मनीष सिसोदिया ने LG से पूछे सवाल, सिंह ने कहा- गुजरात में हार से डरी BJP - Pay attention to crimes in Delhi also... : Manish Sisodia slams Centre in letter to Delhi LG after CBI summon
नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा समन जारी किए जाने के बाद अब राजनीतिक संग्राम शुरू हो गया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा है।

सिसोदिया एलजी से दिल्ली में बिगड़ती कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कहा है। उन्होंने हाल ही में दिल्ली में हुईं आपराधिक घटनाओं पर संज्ञान लेने के लिए कहा। उन्होंने बलजीत नगर की घटना के मद्देनजर कानून-व्यवस्था पर संज्ञान लेने की अपील की। दिल्ली सरकार की आबकारी नीति को बनाए जाने और उसके क्रियान्वयन में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में पूछताछ के लिए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सोमवार को तलब किया है।

पत्र में बलजीत नगर की घटना का जिक्र : दिल्ली के बलजीत नगर में एक हत्या की घटना के मद्देनजर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर उनसे सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के अपने संवैधानिक कर्तव्य का संज्ञान लेने की अपील की।
 
पत्र में उन्होंने दावा किया कि शहर में अपराध का ग्राफ बढ़ा है और ऐसा लगता है कि दिल्ली अपराध की राजधानी बन गई है। उन्होंने दिल्ली में कथित तौर पर बिगड़ती कानून-व्यवस्था का भी जिक्र किया।
 
सिसोदिया ने पत्र में कहा कि संविधान ने दिल्ली में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी आपको (उपराज्यपाल) को दी है और पुलिस सीधे आपको रिपोर्ट करती है। मेरा आपसे अनुरोध है कि कृपया इस ओर थोड़ा ध्यान देने की कृपा करें। सिसोदिया ने पत्र में दिल्ली में हुई हालिया आपराधिक घटनाओं का भी जिक्र किया है।
भाजपा की हार का संकेत : आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह सीबीआई और भाजपा ने एक नोटिस भेजकर सोमवार को सिसोदिया को पूछताछ नहीं बल्कि बल्कि गिरफ्तारी करने के लिए बुलाया है। गुजरात में मनीष सिसोदिया का रैलियां, सभाएं और प्रचार का कार्यक्रम लग रहा है, उससे पहले यह नोटिस भाजपा की हार और हताशा का संकेत है। गुजरात में भाजपा को हार का डर सता रहा है, रातों की नींद हराम हो गई है। भाजपाइयों के पास सिर्फ आम आदमी पार्टी के नेताओं का उत्पीड़न और जेल में डालने का काम बचा है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले सिसोदिया पर 10 हजार करोड़ का घोटाला करने का झूठा आरोप लगाया। सीबीआई ने 10 हजार करोड़ के घोटाले को पकड़ने के नाम पर 500 जगह पर छापेमारी की है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई ने 14 घंटे छापेमारी की। इसके बाद भी बेनामी संपत्ति, एक रुपए की बरामदगी और किसी प्रकार के भ्रष्टाचार का कोई सबूत नहीं मिला। जिससे हताशा होकर वह सिसोदिया के बैंक का लॉकर चेक करने चले गए। वहां श्री सिसोदिया के बच्चे का झुनझुना मिला था।
 
आप सांसद ने कहा कि भाजपा को गुजरात में हार का डर इतना सता रहा है कि रातों की नींद हराम हो गई है। भाजपाइयों के पास सिर्फ एक काम है, जो आम आदमी पार्टी के नेताओं का उत्पीड़न और जेल में डालने का काम बचा है। 
 
मैं बीजेपी के नेताओं से साफ तौर पर करना चाहता हूं, कि इस कार्रवाई से आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में डाल कर अगर बीजेपी सोचती है कि गुजरात में हार से बच जाएंगे तो वह हार से बचने वाले नहीं हैं। उत्पीड़न और हताशा में की गई इस कायरतापूर्ण कार्रवाई को पूरा गुजरात और देश देख रहा है।
 
उन्होंने कहा कि वैसे शिक्षा मंत्री की लोकप्रियता पूरे दुनिया में है‌ एक ऐसे शिक्षा मंत्री जो दिल्ली के बच्चों की अच्छी पढ़ाई के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। एक ऐसे शिक्षा मंत्री जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में ऐसा अनुकरणीय योगदान प्रस्तुत किया जिसको लेकर अमेरिका के न्यूयॉर्क टाइम्स में फ्रंट पेज पर उनकी फोटो छप रही है। 
 
ऐसे शिक्षा मंत्री को भाजपा जेल में डालने की तैयारी कर रही है। इस प्रकार के उत्पीड़न और जेल में डालने की कार्रवाई और आम आदमी पार्टी के नेताओं को गिरफ्तार करने से हार से भाजपा नहीं बचेगी। भाजपा के नेताओं को जो कुछ भी करना है वह कर लें, जिसको भी जेल में डालना है डाल दें। कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। एजेंसियां Edited by Sudhir Sharma
ये भी पढ़ें
Congress President Polls : खड़गे और थरूर का मुकाबला आज, कांग्रेस में 24 साल बाद होगा गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष