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Last Updated : शनिवार, 2 नवंबर 2019 (18:33 IST)

नवजोत सिद्धू क्या फिर भाजपा में शामिल होंगे?

Navjot Singh Sidhu | नवजोत सिद्धू क्या फिर भाजपा में शामिल होंगे?
अमृतसर। पंजाब के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच पत्नी नवजोत कौर सिद्धू (Navjot Kaur Sidhu) ने शनिवार को स्पष्ट किया कि उनके पति के भाजपा में शामिल होने की चर्चा महज अफवाह है।

कौर ने कहा कि सिद्धू का भाजपा में शामिल होने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने कोई भी काम किसी से छिपकर नहीं किया है। वे जब भी भाजपा में जाएंगे, सबको बताकर ही जाएंगे। उल्लेखनीय है कि मंत्रालय छिन जाने के पश्चात सिद्धू पिछले लंबे समय से चुप्पी साधे हुए हैं। राजनीतिक क्षेत्र में चर्चा हो रही है कि सिद्धू भाजपा में फिर से शामिल हो सकते हैं।

करतारपुर गलियारा के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान जाने के संबंध में श्रीमती सिद्धू ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सिद्धू को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा है और अगर भारत सरकार से अनुमति मिलती है तो वे पाकिस्तान जरूर जाएंगे।

सिद्धू ने मांगी पाकिस्तान जाने की अनुमति : दूसरी ओर, सिद्धू ने करतारपुर साहिब गलियारा के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार से अनुमति मांगी है।

अमृतसर पूर्व विधानसभा सीट से निर्वाचित सिद्धू ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को शनिवार को पत्र लिखकर पाकिस्तान जाने की अनुमति मांगी है। उन्होंने पत्र में लिखा कि आपके संज्ञान में मैं यह बात लाना चाहता हूं कि पाकिस्तान सरकार ने मुझे 9 नवंबर को करतारपुर साहिब गलियारा के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है।

एक विनम्र सिख के रूप में मेरे लिए यह सम्मान का अवसर होगा कि मैं इस ऐतिहासिक मौके पर बाबा गुरु नानक देव जी के पवित्र स्थल पर मत्था टेक सकूं और अपनी परंपरा को निभा सकूं।

गौरतलब है कि पिछले साल पाकिस्तान की ओर से करतारपुर गलियारे के शिलान्यास में भाग लेने के समय जब सिद्धू वहां गए तो पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर बाजवा के साथ गले मिलने पर विवाद हो गया था। सिख संप्रदाय के प्रथम गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के अवसर पर मनाए जा रहे प्रकाशोत्सव के मद्देनजर यह गलियारा खोला गया है। गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम दिन यहां बिताए थे।
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