Maratha Reservation : मराठा आरक्षण आंदोलन होगा तेज, मनोज जरांगे के लिए लगेंगे 250 लाउडस्पीकर
Maratha reservation movement : मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे शनिवार को महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में आयोजित रैली को संबोधित करेंगे और अपने अगले कदम की घोषणा करेंगे। जरांगे के संदेश को तेज और स्पष्ट रूप से पहुंचाने के लिए आयोजन स्थल के 500 मीटर के दायरे में चारों दिशाओं में 250 लाउड स्पीकर लगाए जाएंगे।
रैली के आयोजकों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जरांगे के संदेश को तेज और स्पष्ट रूप से पहुंचाने के लिए आयोजन स्थल के 500 मीटर के दायरे में चारों दिशाओं में 250 लाउड स्पीकर लगाए जाएंगे। जरांगे ने 13 जून को अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल समाप्त कर दी थी और राज्य सरकार को समुदाय की मांगों को स्वीकार करने के लिए एक महीने की समयसीमा दी थी।
मनोज जरांगे क्रांति चौक पर लोगों को संबोधित करेंगे : आयोजकों ने बताया कि रैली शनिवार (13 जुलाई) को पूर्वाह्न 11 बजे सीआईडीसीओ बस अड्डे से शुरू होगी और चार किलोमीटर की दूरी तय कर क्रांति चौक पर समाप्त होगी जहां पर जरांगे लोगों को संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि जरांगे इस दौरान अपने अगले कदम की घोषणा कर सकते हैं। शहर के बीचों-बीच व्यस्त जालना रोड पर स्थित क्रांति चौक पर रैली के दौरान वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी।
आयोग ने बताया कि पड़ोसी जिलों से मराठा समुदाय के लोगों के जरांगे के कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है और इसलिए आठ बड़े मैदानों को वाहनों की पार्किंग के लिए आरक्षित किया गया है। जरांगे ने 13 जून को अपना अनशन समाप्त करते हुए कहा था, हम मराठा समुदाय की मांगों को पूरा करने के लिए सरकार को एक महीने का समय दे रहे हैं। लेकिन हम आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारियों की दिशा में भी आगे बढ़ेंगे। अगर सरकार ने हमें आरक्षण नहीं दिया तो हम आगे बढ़ेंगे और इसे लेंगे।
कानून बनाने की मांग : जरांगे ने कुनबी को मराठा समुदाय का सगे सोयरे (रक्त संबंधी) के तौर पर मान्यता देने के लिए तैयार मसौदा को लागू करने और कुनबी की पहचान मराठा के तौर पर करने के लिए कानून बनाने की मांग की है। कुनबी कृषि समुदाय है और अन्य पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत आता है। जरांगे की मांग है कि मराठा समुदाय के सभी सदस्यों को कुनबी का प्रमाण पत्र जारी किया जाए ताकि वे आरक्षण का लाभ ले सकें। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour