देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून के एक निजी अस्पताल में किडनी निकालने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ फरार हो गए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती कुमार ने सोमवार को बताया कि उत्तरांचल डेन्टल कॉलेज लालतप्पड डोईवाला के अन्दर स्थित गंगोत्री चैरिटेबल अस्पताल में किडनी निकालने का अवैध करोबार किए जाने की सूचना मिली। इस पर विश्वास कर जानकारी ली गई तो पता चला की आज सुबह चार लोग किडनी निकलवाकर हरिद्वार के रास्ते दिल्ली जा रहे हैं। इस पर देहरादून पुलिस और हरिद्वार पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा वाहन संख्या यूए-08टीए-5119 इनोवा को सप्त ऋषि चौकी के पास रोक दिया गया। इसमें दो महिला और दो पुरुष मौजूद मिले और एक अन्य वाहन चालक था।
श्रीमती कुमार ने बताया कि वाहन में सवार लोगों ने अपने नाम भावजी भाई निवासी प्रजापति कलामू ग्राम सिन्धाली, थाना मोहोदा, जिला खेडा, गुजरात, शेखताज अली निवासी 6/2 वासुदेवपुर, कन्चा रोड 128 बेहाजा दक्षिण परगना, पश्चिम बंगाल, सुसामा बनर्जी निवासी हल्दर औबजान पारा शहजादा पुर जोय नगर दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल, कृष्णा दास निवासी पौजावड पोस्ट राम सुन्दरपुर, जिला प्रमूव मेहन्दीपुर, पश्चिम बंगाल तथा हरिद्वार निवासी चालक दीपक कुमार शामिल है।
एसएसपी के अनुसार, पूछताछ करने पर भावजी भाई ने बताया कि जावेद खान, निवासी ए-2 कमरा संख्या 603 ग्रीन पार्क सोसाइटी, एसजी स्कूल, एसबी रोड, सान्ताकुज मुंबई हमको गंगोत्री चेरिटेबल हस्पिटल लालतप्पड लेकर आया था और हमको एक किडनी के बदले तीन लाख रुपए देने का वादा किया था।
पहले अस्पताल में कृष्णा दास और शेखताज अली की किडनी निकाली गई। फिर उसका और सुसामा का नंबर था, लेकिन जब जावेद खान द्वारा पैसे नहीं दिए गए तो मैंने और सुसामा ने किडनी देने से मना कर दिया। साथ ही, हल्ला मचाना शुरू कर दिया। इस पर अस्पताल वालों ने हम चारों को जावेद खान के साथ दिल्ली रवाना कर दिया। इसी बीच, जावेद गाड़ी से उतरकर भाग गया।
श्रीमती कुमार ने बताया कि फरार अभियुक्त जावेद खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। सम्बन्धित घटनाक्रम में प्रकाश में आए डॉ. अमित रावत फरार है, जिसकी तलाश के लिए संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है।
घटनास्थल से ओमान के टिकट मिले हैं जिससे प्रतीत होता है कि संभवत: किडनी की खरीद-फरोख्त अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर स्वास्थ्य विभाग और एफएसएल की टीम मिलकर अस्पताल और अन्य स्टाफ की प्रकरण में संलिप्तता की जांच कर रही है। (वार्ता)