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Last Updated :कोलकाता , बुधवार, 6 मार्च 2024 (20:10 IST)

पानी के भीतर चलने वाली देश की पहली मेट्रो लाइन, जानिए क्या हैं विशेषताएं

पानी के भीतर चलने वाली देश की पहली मेट्रो लाइन, जानिए क्या हैं विशेषताएं - Indias First Underwater Metro Features
Features of metro running on water : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बुधवार को कोलकाता मेट्रो के एस्प्लेनेड-हावड़ा मैदान खंड का उद्घाटन किया। यह खंड देश में पहली बार पानी के अंदर बने परिवहन सुरंग के माध्यम से हुगली नदी के नीचे से होकर गुजरता है।
 
उद्घाटन कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री ने स्कूल के छात्रों के साथ एस्प्लेनेड से हावड़ा मैदान तक मेट्रो की यात्रा की। यह सुरंग देश की उन्नत अभियांत्रिकी क्षमताओं का साक्ष्य है।
under water metro
प्रधानमंत्री उसी रास्ते से एस्प्लेनेड स्टेशन लौटे और इस दौरान उनके साथ राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं।
under water metro
अधिकारियों ने बताया कि 4.8 किलोमीटर लंबा हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड खंड ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर का हिस्सा है और इसका निर्माण 4,960 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है।
 
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने जोका-एस्प्लेनेड लाइन के 1.25 किलोमीटर तारातला-माजेरहाट खंड का भी उद्घाटन किया। इसका निर्माण 520 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है।
 
एस्प्लेनेड मेट्रो स्टेशन पर समारोह स्थल से प्रधानमंत्री ने न्यू गरिया-एयरपोर्ट लाइन के कवि सुभाष-हेमंत मुखोपाध्याय खंड का भी उद्घाटन किया। इसका निर्माण 1,430 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है।
 
अधिकारियों ने बताया कि कवि सुभाष-हेमंत मुखोपाध्याय खंड 5.4 किलोमीटर लंबा है और इससे कोलकाता के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों के इलाके मेट्रो के मानचित्र पर आ जाएंगे।
 
एक बयान में कहा गया है कि इन खंडो से सड़क यातायात को सुगम करने तथा सुविधाजनक संपर्क प्रदान करने में मदद मिलेगी।
ईस्ट वेस्ट कॉरीडोर के हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड खंड में ‘भारत की किसी भी बड़ी नदी’ के नीचे पहली परिवहन सुरंग है। यह हुगली नदी के नीचे से गुजरती है, जिसके पूर्वी और पश्चिमी तट पर कोलकाता और हावड़ा स्थित हैं।
 
इस खंड में हुगली नदी के नीचे हावड़ा मेट्रो स्टेशन है जो देश का सबसे गहराई में स्थित स्टेशन है।
 
ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण 14 अप्रैल 2009 को शुरू हुआ था लेकिन विभिन्न कारणों से इसमें देरी हुई।
 
मेट्रो रेलवे के महा प्रबंधक पी उदय कुमार रेड्डी ने पूर्व मेंकहा था कि पूरी लाइन में वाणिज्यिक संचालय जून-जुलाई में प्रांरभ करने का लक्ष्य है।
 
ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का साल्ट लेक सेक्टर पांच से सियालदह तक का हिस्सा वर्तमान में व्यावसायिक रूप से चालू है।
 
माजेरहाट मेट्रो स्टेशन रेलवे लाइन, प्लेटफार्म और एक नहर के ऊपर बना अलग तरह का स्टेशन है।
 
जोका-एस्प्लेनेड लाइन का जोका और ताराताला के बीच 6.5 किलोमीटर का खंड पहले से ही चालू है।
 
प्रधानमंत्री ने कोच्चि मेट्रो के 1बी पूर्ण चरण का बुधवार को ऑनलाइन उद्घाटन किया और इसी के साथ ही एर्णाकुलम जिले के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों के लोगों को तटीय शहर तक तेज़ और आसान पहुंच प्राप्त होगी। प्रधानमंत्री ने त्रिपुनिथुरा टर्मिनल मेट्रो स्टेशन का भी उद्घाटन किया।
 
जब प्रधानमंत्री मोदी ने कोलकाता से कोच्चि मेट्रो के 1बी पूर्ण चरण और उसके नए स्टेशन का उद्घाटन किया उस वक्त राज्य के उद्योग और कानून मंत्री पी राजीव, कांग्रेस सांसद हिबी ईडन और केएमआरएल के एमडी लोकनाथ बेहरा सहित कई गणमान्य व्यक्ति त्रिपुनिथुरा टर्मिनल के मंच पर मौजूद थे।