सूखी गंगा में नाव की तरह बह गई कारें, मूसलधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
Heavy rain in Uttar Pradesh and Uttarakhand : मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है, जिसके चलते उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश की वजह से चिलचिलाती गर्मी से राहत मिली है, जहां एक तरफ गर्मी कम हुई है तो दूसरी तरफ नदी-नालों में उफान आने से आम जीवन अस्त-व्यस्त होता नजर आ रहा है। हरिद्वार में एक घंटे की बारिश के बाद ही गंगा की धारा में कारें बहती दिखाई दीं।
झमाझम बारिश के चलते बरसाती नदी का पानी हर की पौड़ी तक पहुंच गया। जिसके चलते श्मशान के निकट सूखी नदी में खड़ी गाड़ियां बहने लगीं। मनसा देवी पर्वतमाला से निकलने वाली जलवायु खड़खड़ी होते हुए गंगा की मुख्यधारा में मिलती है। जिसके चलते मनसा देवी पर्वतमाला से बारिश का पानी तेज गति के साथ नीचे आता है और उसकी गति इतनी तेज होती है कि वह अपने साथ इंसान और भारी वाहन तक बहाकर ले जाता है।
मिली जानकारी के मुताबिक, सूखी नदी में सात गाड़ियां पानी के बहाव में नाव की तरह बहती नजर आईं, यह कारें उन लोगों कि थीं, जो अंतिम संस्कार में शामिल होने आए थे। गाड़ियों को बहने से हड़कंप मच गया, पुलिस को सूचना दी गई, हर की पौड़ी पर पुलिस और एनडीआरएफ की टीम पहुंच गई, कुछ बहती कारें हर की पौड़ी पार करके डाम कोठी बैराज पर जाकर रूक गई।
एनडीआरएफ की टीम इन गाड़ियों को बाहर निकालने में जुट गई है। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर दो गाड़ियों को एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाल लिया है। वहीं चिंता का विषय है कि मात्र एक घंटे की मूसलधार बारिश ने सरकारी मशीनरी द्वारा वर्षा जल भराव को रोकने के प्रयासों की पोल खोल दी है। आगामी दिनों में लगातार मूसलधार वर्षा पहाड़ी क्षेत्रों के लिए अभिशाप बनती नजर आ रही है।