चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने यहां भाजपा किसान मोर्चा की एक बैठक के दौरान विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि 'जैसे को तैसा' करने के बारे में कहा कि जब उन्होंने वहां मौजूद लोगों से 500 से 1000 लोगों का समूह बनाने और जेल जाने के लिए भी तैयार रहने को कहा। इस पर विपक्षी दलों और किसान संगठनों ने आरोप लगाया कि वे भाजपा समर्थकों से केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों पर हमले के लिए कह रहे थे।
सोशल मीडिया पर खट्टर की टिप्पणी वाली एक वीडियो क्लिप वायरल हुई है और विपक्ष तथा संयुक्त किसान मोर्चा का आरोप है कि वह कथित भाजपा समर्थकों से प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ लाठी उठाने के लिये कह रहे हैं। कार्यक्रम में संभवत: किसान आंदोलन से पड़ने वाले प्रभाव के संदर्भ में खट्टर ने कहा कि दक्षिण हरियाणा में ज्यादा समस्या नहीं है और यह राज्य के उत्तरी और पश्चिमी जिलों तक सीमित है।
उन्होंने कहा कि 500, 700, 1000 लोगों का समूह बनाओ, उन्हें स्वयंसेवक बनाओ। और उसके बाद हर जगह शठे शाठ्यं समाचरेत। इसका क्या अर्थ है जैसे को तैसा। खट्टर ने कहा कि चिंता मत करो, …जब आप वहां (जेल में) एक महीने, तीन महीना या छह महीना रहोगे तो बड़े नेता बन जाओगे। इतिहास में नाम दर्ज होगा। इस टिप्पणी को लेकर कांग्रेस ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि भाजपा समर्थक लोगों को आंदोलनकारी किसानों पर लट्ठ से हमला करने, जेल जाने और वहां से नेता बनकर निकलने का आपका (खट्टर का) यह गुरुमंत्र कभी कामयाब नहीं होगा।
उन्होंने कहा, “संविधान की शपथ लेकर खुले कार्यक्रम में अराजकता फैलाने का ये आह्वान देशद्रोह है। मोदी -नड्डा जी की भी सहमति लगती है।”
उन्होंने कहा, “अगर प्रदेश का मुख्यमंत्री ही हिंसा फैलाने, समाज को तोड़ने और क़ानून व्यवस्था को ख़त्म करने की बात करेंगे, तो प्रदेश में क़ानून और सविंधान का शासन चल ही नहीं सकता।”
सुरजेवाला ने आगे कहा, “आज भाजपा के किसान विरोधी षड्यंत्र का भंडाफोड़ हो ही गया। ऐसी अराजक सरकार को चलता करने का समय आ गया है।”
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने संवाददाताओं से कहा, हमारी मांग है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को तत्काल हटाया जाए। ऐसा मुख्यमंत्री जो संवैधानिक पद पर होने के बावजूद भाजपा कार्यकर्ताओं को किसानों के खिलाफ उकसा रहा है उसे पद पर रहने का अधिकार नहीं है।
इंडियन नेशनल लोक दल के नेता अभय सिंह चौटाला ने आरोप लगाया कि खट्टर हिंसा की भाषा बोलकर राज्या में अराजकता फैलाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
एसकेएम ने भी खट्टर की टिप्पणियों की निंदा की। पार्टी ने एक बयान जारी करके खट्टर से माफी और उनके इस्तीफे की मांग की।
खट्टर ने यह भी कहा कि यदि किसी प्रदर्शन को दबाना ही है तो यह एक सरकारी आदेश के जरिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी हमारे अपने लोग हैं, कोई दुश्मन नहीं।
केंद्र के विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा गठबंधन के नेताओं के खिलाफ अपना विरोध तेज कर दिया है। वे उन स्थानों के पास इकट्ठा होते हैं, जहां भाजपा या जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेताओं के कार्यक्रम होते हैं और जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हैं।