गुजरात उपचुनाव : भाजपा ने कांग्रेस से झटकी तलाला सीट
अहमदाबाद। गिर-सोमनाथ जिले के तलाला विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में गुरुवार को भाजपा के उम्मीदवार गोविंद परमार ने कांग्रेस के उम्मीदवार भगवानजी बराड़ को 2,000 से ज्यादा मतों से हरा दिया है। इससे पहले यह सीट कांग्रेस के पास थी।
गुरुवार दोपहर को मतगणना पूरी होने के बाद गिर-सोमनाथ के कलेक्टर अजय कुमार ने घोषणा की कि परमार ने बराड़ को 2,440 मतों के कम अंतर से हराया।
कुमार ने कहा कि परमार को 63,896 मत मिले जबकि बराड़ को 61,456 मत मिले। इस तरह भाजपा का उम्मीदवार 2,000 से ज्यादा मतों से चुनाव जीत गया। इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक जसु बराड़ का जनवरी में निधन हो जाने के कारण उपचुनाव जरूरी हो गया था।
इस सीट के लिए मतदान 16 मई को हुआ था और इस दौरान मतदान प्रतिशत 63 प्रतिशत रहा था। कांग्रेस ने इस सीट के लिए जसु बराड़ के छोटे भाई भगवानजी बराड़ को टिकट दी थी और भाजपा ने परमार को उतारा था। परमार वर्ष 2002 में तलाला सीट पर जीते थे।
यह दूसरी बार था, जब भगवानजी बराड़ अैर परमार चुनावी मैदान में एक-दूसरे के सामने थे। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव उन्होंने इसी सीट से लड़ा था। उस समय बराड़ ने परमार को हराया था। वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में परमार ने जसु बराड़ को हराकर जीत हासिल की थी। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में जसु बराड़ ने परमार को बेहद कम अंतर से हराया था।
चुनाव जीतने के बाद परमार ने पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का धन्यवाद किया। उन्होंने लोगों के सामने मौजूद समस्याओं को सुलझाने का वादा किया। गुजरात भाजपा के अध्यक्ष विजय रूपानी ने दावा किया कि यह जीत इस बात का संकेत है कि पार्टी वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करेगी।
उन्होंने यह भी दावा किया कि जिस पटेल आरक्षण आंदोलन ने पटेल समुदाय के बीच भाजपा विरोधी भावनाएं पैदा कर दी थीं, उसने तलाला में पार्टी के प्रदर्शन पर कोई असर नहीं डाला। रूपानी ने कहा कि यह सीट कांग्रेस के पास थी और हमने आज इस सीट को उनसे छीन लिया। यह इस बात का संकेत है कि भाजपा 2017 में बड़े अंतर से जीत प्राप्त करेगी।
उन्होंने कहा कि हालांकि पटेल आरक्षण आंदोलन के कुछ लोगों ने भाजपा के खिलाफ प्रचार किया, पटेल मतदाता हमारी ओर बने रहे, क्योंकि वे भाजपा के नेतृत्व वाली गुजरात सरकार की आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए की गई 10 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा और अन्य जन लाभ की नीतियों से खुश हैं। (भाषा)