सरकारी लोन दिलाने के नाम पर ले लेते हैं मोबाइल नंबर व फोटो फिर सोशल मीडिया पर कॉल गर्ल के नाम पर कर देते हैं वायरल...
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में थाना अकबरपुर के अंतर्गत सरकारी लोन दिलवाने के नाम पर एक महिला के साथ 2 युवकों ने छेड़छाड़ करते हुए दुष्कर्म करने का प्रयास किया और विरोध करने पर महिला की फोटो व फोन नंबर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
आरोपियों के चंगुल से छूटी युवती ने थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत दी है और बताया कि सरकारी लोन दिलाने के नाम पर महिलाओं से फोटो व नंबर लेकर कॉल गर्ल के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल कर देते हैं। पुलिस ने महिला की शिकायत के बाद मुकदमा पंजीकृत करते हुए पूरे मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।
क्या है मामला : कानपुर देहात के थाना अकबरपुर के अयोध्या नगर निवासी एक महिला ने थाने में पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि वह सरकारी लोन लेने की जानकारी को लेकर विकास भवन कानपुर देहात आज से लगभग 20 दिन पहले गई थी।जहां पर दो युवक जिनका नाम दरसत संखवार व उदय कुशवाहा से उसकी मुलाकात हुई थी।
इस दौरान सरकारी लोन देने की जानकारी देते हुए इन लोगों ने उसका मोबाइल नंबर व नाम-पता पूछकर नोट कर लिया था और मुझे अश्वासन दिया था कि हम आपकी पूरी मदद करेंगे और जल्दी ही लोन पास करवा देंगे। इसके बाद दोनों युवकों का फोन मेरे पास आया और इन्होंने विकास भवन मिलने के लिए बुलवाया।
मैं इनके बुलाए हुए समय पर विकास भवन पहुंच गई और मेरी मुलाकात दोनों युवकों से हुई, इस दौरान मुझसे बातचीत करते हुए इन्होंने एक सुनसान जगह पर कागज दिखाने के बहाने ले गए, जहां दोनों ने बातचीत करते हुए मेरे साथ अश्लील हरकत करना शुरू कर दिया और जबरदस्ती करने लगे।
सोशल मीडिया पर फोटो डाल बना देते हैं कार्ल गर्ल : पीड़िता ने बताया कि जब मैंने विरोध किया तो मेरे साथ दोनों ने मारपीट की। मारपीट के दौरान दोनों ने धमकाते हुए कहा कि तुम जैसी भोलीभाली औरतों व लड़कियों को मदद देने के बहाने फोटो व मोबाइल नंबर ले लेते हैं और उन्हें सोशल मीडिया में डालकर कार्ल गर्ल बना देते हैं और उनकी जिंदगी बर्बाद कर देते हैं। मैं ये काम कई लड़कियों व औरतों के साथ कर चुका हूं। हम लोगों ने तुम्हारी भी फोटो मोबाइल पर वायरल कर दी है और अगर कहीं शिकायत की तो जान से मार देंगे।
क्या बोले थाना प्रभारी : थाना प्रभारी अकबर ने बताया कि महिला की शिकायत के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।