पारूल विवि के डीन डॉ. रावत की डाक्यूमेंट्री फिल्म एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में शामिल
जयपुर जिले की चौमूं तहसील निवासी एवं वर्तमान में गुजरात के वडोदरा में संचालित पारूल विश्वविद्यालय के पारूल इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट्स के प्रिंसिपल, फेकल्टी ऑफ आर्ट्स के डीन एवं डिपार्टमेंट ऑफ जर्नलिज्म एंड मॉस कम्युनिकेशन में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत प्रो. डॉ. रमेश कुमार रावत को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में ग्रांड मास्टर की पदवी से नवाजा गया है। उनका नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया गया है।
डॉ. कुमार रावत को यह उपलब्धि राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार कल्याण सिंह कोठारी पर उनके द्वारा बनाई गई 58 मिनट 53 सैंकड की डाक्यूमेंट्री फिल्म के लिए हासिल हुई है। इस फिल्म में डायरेक्शन, स्क्रिप्ट राइटिंग फिल्म शूटिंग, एडिटिंग, वॉइस ओवर, रिसर्च वर्क, लोकेशन सिलेक्शन सहित सभी प्रकार के कार्य प्रो. रावत ने स्वयं ही किए हैं।
इस डॉक्यूमेंट्री में प्रो. रावत ने कोठारी के संपूर्ण जीवन को तो उकेरा ही है। इसके साथ ही फिल्म में कोठारी के जीवन पर सुधिजनों, परिजनों एवं मित्रों के विचारों को भी शामिल किया है। इसमें कोठारी की ओर से उनके द्वारा अपने जीवन काल में की गई यु़द्ध पत्रकारिता, विधि पत्रकारिता, राजनैतिक पत्रकारिता, विकासात्मक पत्रकारिता, बाल संरक्षण एवं पंचायत पत्रकारिता, यूएन बॉडीज एवं सिविक पत्रकारिता, सिटीजन जर्नलिज्म, खोजी पत्रकारिता, आर्थिक पत्रकारिता, स्वास्थ्य पत्रकारिता एवं सांस्कृतिक तथा एतिहासिक स्थल पत्रकारिता को भी संजोया गया है।
प्रो. रावत का एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज होने पर पारूल विवि में संचालित फेकल्टी ऑफ आर्ट्स के सदस्यों, प्रोफेसर रावत के परिजनों एवं मित्रों ने हार्दिक बधाई दी है एवं आगे भी इसी प्रकार से कीर्तिमान स्थापित करते रहने के लिए शुभकामनाएं व्यक्त की हैं।