आलोचना के बीच कांग्रेस नेता सतीश जारकीहोली ने अपना बयान लिया वापस, खेद प्रकट किया
बेंगलुरु। 'हिंदू' शब्द की उत्पति और उसका 'गंदा अर्थ' होने संबंधी अपने बयान को लेकर राजनीतिक विवाद के केंद्र में आ गए कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जारकीहोली ने बुधवार को अपनी टिप्पणी वापस ले ली और कहा कि यदि इससे किसी की भावना आहत हुई है तो वह खेद प्रकट करते हैं।
यामकानमार्दी निर्वाचन क्षेत्र के विधायक जारकीहोली ने कहा कि (हिंदू शब्द के बारे में) जो कुछ कहा गया है और लिखा गया है, उनका बयान बस उसी के हवाले से कहा गया था। उन्होंने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व उन्हें हिंदू विरोधी पेश करने की चेष्टा कर रहे हैं। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच की मांग की।
जारकीहोली अपने बयान को लेकर अपनी पार्टी कांग्रेस समेत विभिन्न संगठनों/ व्यक्तियों के निशाने पर आ गए हैं। भाजपा ने उनकी और कांग्रेस की निंदा करते हुए बुधवार को पूरे राज्य में प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि उनका बयान विकिपीडिया, पुस्तकों, शब्दकोशों और इतिहासकारों के आलेख पर आधारित है।
पूर्व मंत्री जारकीहोली ने पत्र में कहा है, कुछ निहित स्वार्थी तत्व मुझे हिंदू विरोधी पेश करने चेष्टा कर रहे हैं एवं मेरी छवि नष्ट करने की साजिश कर रहे हैं। मैं आपसे इस पूरे मामले और उन सभी की जांच कराने का अनुरोध करता हूं जो वास्तविकता को स्पष्ट किए बगैर एक बखेड़ा पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने अपने बयान से उठे विवाद का जिक्र करते हुए कहा, चूंकि मेरे बयान को गलत ढंग से लिया गया एवं पेश किया गया, इसलिए मैं अपना बयान इस नेकनीयती से वापस ले रहा हूं कि इससे लोगों में कोई भ्रम पैदा न हो। यदि बयान से किसी की भावना आहत हुई है तो मैं अपना खेद व्यक्त करता हूं।
जारकीहोली ने रविवार को एक कार्यक्रम में दावा किया था कि हिंदू एक फारसी शब्द है और उसका बड़ा गंदा अर्थ होता है। उनका बयान सोमवार को वायरल हो जाने के बाद कांग्रेस ने अपनी ओर से उसे खारिज कर दिया। कांग्रेस की ओर से पार्टी महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने इसकी निंदा की।(भाषा)
Edited by : Chetan Gour