अयोध्या धाम के जिलाधिकारी होंगे चंद्र विजय सिंह
बहुत ही सरल स्वभाव के लिए जाने जाने वाले अयोध्या के पूर्व जिलाधिकारी नीतीश कुमार जितने स्वभाव से सरल थे उतने ही सुलभता से सभी लोगों से मिलते भी थे और इसीलिए आम हो या खास सभी के लिए लोकप्रिय भी थे, जिसके चलते अयोध्या धाम जनपद में वे तीन वर्ष से अधिक का कार्यकाल निर्विवाद निष्पक्ष रूप से पूर्ण किए जबकि चुनौतियां विशालकाय रहीं, जिनका सामना करते हुए सफलतापूर्वक उन्हें पूर्ण कर इतिहास भी रचा।
22 जनवरी 2024 सबसे बड़ा ऐतिहासिक दिन : नीतीश कुमार ने 20 अक्टूबर 2021 को अयोध्या जनपद के जिलाधिकारी के पद को ग्रहण किया जिसके बाद से सबसे बड़ा कार्य अयोध्या नगरी के लिए 22 जनवरी 2024 का दिन कभी भी भुला नहीं जा सकता, क्योंकि इसी दिन ने रामनगरी अयोध्या को अयोध्या धाम बना दिया।
22 जनवरी 2024 अयोध्या के लिए वह शुभ मुहूर्त था जिस दिन काफी लंबे संघर्ष के बाद संपूर्ण विश्व के सनातनियों के आराध्य रामलला टेंट से निकलकर राम मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठित किए गए, प्रधानमंत्री मोदी के कर कमलों द्वारा, जिसे सम्पूर्ण विश्व ने देखा जो कि सबसे बड़ा ऐतिहासिक कार्य था, जिसे पूर्ण करने से पूर्व सबसे बड़ी चुनौती नीतीश जी के सामने थी कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पूर्व अयोध्या की प्रमुख बड़ी योजनाओं का पूर्ण कर लेना जिसे तय समय से पूर्ण करके दिखाया।
जिसमें प्रमुख रूप से है, 30 हजार करोड़ की विकास परियोजनाए हैं, जिसमें प्रमुख रूप से इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन, रामपथ मार्ग, भक्तिपथ मार्ग व रामजन्मभूमि मार्ग है, जिसे तय समय से पूर्व पूर्ण किया, जिसका स्वयं निरीक्षण करने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 40 बार अयोध्या का दौरा भी किए और किए गए कार्यों की सराहना भी की, इतना ही नहीं नीतीश के ही कार्यकाल के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चार बार अयोध्या का दौरा किया।
नीतीश ने तीन वर्ष के कार्यकाल में 12 बड़े मेलों के साथ विश्वस्तरीय अयोध्या के दीपोत्सव को भी सम्पन्न कराया। नीतीश कुमार ने अपने जिलाधिकारी के कार्यकाल के दौरान ही अयोध्या में होने वाले 12 बड़े मेलों में प्रमुख रूप से चैत्र रामनवमीं, सावन मेला व कार्तिक पूर्णिमा स्नान के साथ-साथ विश्वस्तरीय अयोध्या के दीपोत्सव महापर्व को सम्पन्न कराया।
साथ ही अन्य कई विकास कार्यों का भी शुभारम्भ हो चुका है, जिसमें अयोध्या परिधि के अंतर्गत 70 किलोमीटर रिंग रोड के लिए जमीन अधिकरण, अयोध्या की 414 व 84 कोसी परिक्रमा मार्ग जमीन अधिकरण का कार्य अंतिम रूप में है।