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Last Updated :लखनऊ , शुक्रवार, 13 अप्रैल 2018 (08:46 IST)

उन्नाव मामला : भाजपा विधायक कुलदीप सिंह गिरफ्तार

उन्नाव मामला : भाजपा विधायक कुलदीप सिंह गिरफ्तार - CBI detained BJP MLA in Unnav Gangrape
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित उन्नाव बलात्कार कांड के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को शुक्रवार तड़के सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया।
 
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कुलदीप को उनके लखनऊ स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया। राज्य सरकार ने गुरुवार को ही इस मामले की जांच सीबीआई के सुपुर्द की थी। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई कुलदीप सिंह सेंगर से पूछताछ कर रही है।
 
पुलिस के अनुसार सीबीआई की टीम आरोपी विधायक के घर तड़के करीब चार बजकर 45 मिनट पर पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। विधायक ने सीबीआई टीम के साथ जाने में थोडा हीलाहवाली की लेकिन टीम के रुख को देखते हुए उन्होंने जाना ही मुनासिब समझा।
 
इस मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने विधायक की गिरफ्तारी में हुई देरी पर कल ही नाराजगी जताई की थी। न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले में हस्तक्षेप किया था।
 
विधायक के खिलाफ 11 अप्रैल की रात बलात्कार और पास्को एक्ट सहित कई धाराओ में मुकदमें दर्ज किए गये थे। इससे पहले अपर पुलिस महानिदेशक लखनऊ जोन राजीव कृष्ण की अध्यक्षता में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट के आधार पर विधायक के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की गई।
 
सीबीआई को बलात्कार के साथ ही पीड़िता के पिता की मृत्यु की जांच भी सौंपी गई है। सीबीआई बलात्कार मामले में दर्ज रिपोर्ट के साथ ही तीन अप्रैल को दर्ज दो और मुकदमों की जांच भी करेगी।

पुलिस के अनुसार रिपोर्ट में कहा गया है कि जेल जाने से पहले और जेल में जाने के बाद पीड़िता के पिता की समुचित चिकित्सा नहीं की गई इसलिए अस्पताल के मुख्य चिकित्साधीक्षक और इमरजेंसी मेडिकल अफसर को निलम्बित कर दिया गया जबकि तीन अन्य डॉक्टरों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया।
 
गौरतलब है कि बहुचर्चित कांड के एकदम सुर्खियों में उस समय आया जब पीड़िता ने उन्नाव के बांगरमऊ क्षेत्र से विधायक सेंगर और अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हाल ही में मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह का प्रयास किया और अगले दिन पीड़िता के पिता की मृत्यु हो गयी। उसके बाद सरकारी अमले ने तेजी पकड़ी।
 
मामले के सुर्खियों में आने पर विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना शुरू कर दी थी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के 11 अप्रैल के दौरे के समय भी यह मामला उठा था। पार्टी सूत्रों के अनुसार सरकार ने उसी समय तय कर लिया था कि मामले की जांच सीबीआई को दे दी जाए। (वार्ता)