महाराष्ट्र में कैंसर पीड़ित किशोरी ने नहीं मानी हार, 10वीं की परीक्षा में हासिल किए 81.60 फीसदी अंक
ठाणे/पालघर। महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं की परीक्षा के शुक्रवार को घोषित परिणाम में कैंसर से पीड़ित 15 वर्षीय किशोरी दिव्या पावले ने 81.60 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं।दिव्या के माता-पिता ने उनसे इस साल एसएससी की परीक्षा छोड़ने को कहा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और कैंसर से लड़ते हुए परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने की ठान ली।
कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी जब चरम पर थी, तब दिव्या ने अपनी जांच कराई थी। इस दौरान उनके कैंसर से पीड़ित होने के बारे में पता चला था। बार-बार जुकाम और खांसी होने पर उन्होंने पुणे के वकलवाड़ी में कोविड-19 जांच कराई, जिसमें वह वायरस से संक्रमित नहीं पाई गईं, लेकिन डॉक्टरों ने आगे जांच की तो पता चला कि वह कैंसर से पीड़ित हैं।
दिव्या के एक संबंधी ने बताया कि इसके बाद वह ठाणे लौट आईं और उन्हें कैंसर के इलाज के लिए मध्य मुंबई के परेल में टाटा मेमोरियल अस्पताल में नौ महीने तक कई चक्कर लगाने पड़े।
संबंधी ने कहा कि ठाणे शहर के सरस्वती माध्यमिक विद्यालय की छात्रा दिव्या के माता-पिता ने उनसे इस साल एसएससी की परीक्षा छोड़ने को कहा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और कैंसर से लड़ते हुए परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने की ठान ली।
उन्होंने कहा कि संयोगवश जिस दिन परीक्षा परिणाम आया, उस दिन भी दिव्या को इलाज के लिए अस्पताल जाना पड़ा। ठाणे में एसएससी की परीक्षा में 97.13 प्रतिशत, जबकि पालघर में 97.17 फीसदी छात्र पास हुए हैं।(भाषा)