बिहार में आंधी-तूफान के कहर से 27 लोगों की मौत, पेड़ और पोल गिरने से भारी तबाही
पटना। मानसून की दस्तक की आहट के बीच बिहार में राजधानी पटना समेत कई जिलों में मौसम का मिजाज बदलने से लोगों को जहां गर्मी से राहत मिली है वहीं आंधी-तूफान से काफी नुकसान भी हुआ है। अलग-अलग जिलों में 27 लोगों की मौत हो गई है।
आंधी-पानी ने गुरुवार को बिहार में जमकर कहर बरपाया है। दोपहर बाद आई आंधी ने 27 लोगों की जान ले ली है। भागलपुर और मुजफ्फरपुर में 6-6 लोगों की मौत हो गई। ये मौतें लखीसराय, वैशाली और मुंगेर, जमुई, कटिहार, किशनगंज, जहानाबाद, सारण, नालंदा व बेगूसराय में हुई हैं। एनएच और रेलवे ट्रैक पर तार व पेड़ गिरने से सड़क व रेल यातायात बाधित रहा। सहरसा में ओएचई तार टूटने से 3 घंटे ट्रेनों का परिचालन ठप रहा।
बांका में पंजवारा-धोरैया स्टेट हाईवे 84 मुख्य मार्ग पर पंजवारा पैक्स गोदाम के पास तेज आंधी से सड़क के बीचोबीच लगाया गया पथ प्रदर्शक बोर्ड बीच सड़क पर गिरने से मुख्य मार्ग जाम हो गया। गोपालगंज में धूलभरी तेज आंधी तूफान से मौसम का मिजाज बदल गया। बूंदाबांदी भी हुई।
पूर्वी बिहार के जिलों में गुरुवार दोपहर बाद आई आंधी-बारिश में 7 लोगों की जान चली गई। भागलपुर से जमालपुर के बीच रेल पटरी व बिजली तार पर पेड़ गिरने से ट्रेन सेवा बाधित हो गई है। आंधी-पानी ने विमानों की चाल भी बिगाड़ दी है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के अनुसार करीब 22 एमएम बारिश हुई है।