वैदिक राखी:-
शास्त्रानुसार इसके लिए 5 वस्तुओं का विशेष महत्व होता है, जिनसे रक्षासूत्र का निर्माण किया जाता है। इनमें दूर्वा (घास), अक्षत (चावल), केसर, चंदन और सरसों के दाने शामिल हैं। इन 5 वस्तुओं को रेशम के कपड़े में बांध दें या सिलाई कर दें, फिर उसे कलावे में पिरो दें। इस प्रकार वैदिक राखी (Vaidik Rakhi) तैयार हो जाएगी।
कैसे बांधें वास्तु शास्त्र के अनुसार राखी?
2. भाई को लकड़ी के पाट पर बैठाकर बहन को कुश के आसन पर बैठना चाहिए।
3. राखी बांधते वक्त भाई और बहन को सिर ढककर रखना चाहिए।
4. वास्तु अनुसार वही राखी बांधना चाहिए जो प्राकृतिक चीजों से बनी हो या वैदिक राखी बांधें। पुरानी राखी न बांधें।
5. वास्तु के अनुसार लाल, पीले और नारंगी रंग की राखी बांधना चाहिए। नीले, जामुनी, काले या कत्थई रंग की राखी न बांधें।
7. भाई अपनी बहनों को भूलकर भी नुकीली और कांटे वाली चीजें गिफ्ट में न दें।
8. राखी बांधते वक्त काले, नीले, कत्थई या सफेद वस्त्र न पहनें। गुलाबी, पीले या नारंगी वस्त्र पहन सकते हैं।
9. राखी बांधने से पहले घर की अच्छे से सफाई करके सुगंधित वातारवण के लिए चंदन या गुग्गल की धूप जला दें।